सीतापुर। इस बार नौनिहालों को नए सत्र के पहले दिन पुस्तकें मिलने की उम्मीद जगी है। इसको लेकर कवायद शुरू हो गई है। बीएसए ने 6.25 लाख बच्चों के लिए किताबें खरीदने का आदेश जारी कर दिया है। इससे नौनिहालों की पढ़ाई व्यवस्था पटरी पर आ सकेगी।
परिषदीय विद्यालयों के नौनिहालों को सरकार की तरफ से निशुल्क पाठ्य पुस्तकें दी जाती है। यह पुस्तकें सत्र शुरुआत के समय मिल जानी चाहिए लेकिन पिछले दो वर्षों से पुस्तकों की लेटलतीफी काफी हो रही है। सितंबर व अक्तूबर माह तक नौनिहालों को पाठ्य पुस्तकें मिल पाती है। तब तक आधा सत्र बीत चुका होता है। ऐसे में नौनिहालों की पढ़ाई बाधित होती है।
कार्य पुस्तिका सबसे आखिर में आती है तब तक नवंबर माह आ जाता है। इस लेटलतीफी के चक्कर में नौनिहालों की पढ़ाई बाधित होती है। इस बार नौनिहालों की पढ़ाई पटरी पर लौटती हुई दिखाई देगी। इन पुस्तकों को समय पर नौनिहालों को उपलब्ध कराया जा सके। इसके लिए कवायद प्रारंभ हो गई है।
उम्मीद है यह पुस्तकें फरवरी व मार्च माह तक जिले को मिल जाएंगी। उसके बाद इनके विकासखंडवार भेज दिया जाएगा। एक अप्रैल को जब नया सत्र शुरू होगा तो उस समय नौनिहालों को पुस्तकें मिल जाएंगी।
अभी तक यह थी व्यवस्था
आमतौर पर नौनिहालों को अप्रैल में पुस्तकें नहीं मिल पाती थी। पुरानी किताबों के जरिए नौनिहालों की पढ़ाई कराई जाती थी। वह पुराने नौनिहालों से पुस्तकें स्कूल में जमा करवा लेते थे। उसके बाद अगली कक्षा में आए नौनिहालों को वितरित कर देते थे। इस दौरान नौनिहाल फटी पुरानी किताबों के जरिए अपनी पढ़ाई करते थे।
जारी हो गया है आदेश
पुस्तकों को खरीदने का आदेश जारी हो गया है। इस बार समय से नौनिहालों को पुस्तकें मिलेंगी। इससे वह बेहतर तरीके से अपनी पढ़ाई कर सकेंगे।
- अजीत कुमार, बीएसए