यूपी बोर्ड की 2023 इंटरमीडिएट की प्रयोगात्मक परीक्षाएं शनिवार से शुरू हो गईं। प्रयोगात्मक परीक्षाओं की शुचिता एवं सुचारू संचालन के लिए सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाती रही। पहली बार स्कूलों के सीसीटीवी कैमरों को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालयों में बने कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है। यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल शनिवार को पूरे दिन स्कूलों के प्रधानाचार्यों और अफसरों को फोन कर परीक्षा का हाल लेते रहे।
जिन स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था नहीं है उनके परीक्षार्थियों की प्रयोगात्मक परीक्षाएं नजदीक के परीक्षा केन्द्र जहां सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था है वहां आयोजित कराई गई। प्रथम चरण में प्रदेश के दस मंडलों में आगरा, सहारनपुर, बरेली, लखनऊ, झांसी, चित्रकूट, फैजाबाद, आजमगढ़, देवीपाटन तथा बस्ती के 39 जिलों में एक साथ परीक्षा शुरू हुई।
पहले चरण में 28 जनवरी तक प्रस्तावित प्रयोगात्मक परीक्षा सम्पादित कराने के लिए कुल 7,726 परीक्षकों की नियुक्ति की गई है। पहले दिन शनिवार को कुल 865 केन्द्रों पर प्रयोगात्मक परीक्षा कराई गई। परीक्षा के पर्यवेक्षण के लिए जिलाधिकारियों ने कुल 781 सेक्टर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की है जिसमें 494 सेक्टर मजिस्ट्रेट ने भ्रमण कर 865 केन्द्रों पर प्रयोगात्मक परीक्षाओं का पर्यवेक्षण किया।
नकलविहीन एवं शांतिपूर्ण हुई परीक्षा
प्रत्येक जिले में डीआईओएस एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट ने प्रत्येक परीक्षा केंद्र का दिन में दो से तीन बार निरीक्षण कर यह सुनिश्चित किया कि प्रयोगात्मक परीक्षा सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में सुचारू रूप से संचालित हो रही है। सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने कहा कि सभी केंद्रों पर प्रयोगात्मक परीक्षाएं नकलविहीन एवं शान्तिपूर्ण सम्पादित होने की सूचना प्राप्त हुई है। परिषद के क्षेत्रीय कार्यालयों एवं मुख्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम से जिलों में स्थापित कंट्रोल रूम व केंद्रों से सम्पर्क कर मॉनीटरिंग की जा रही है