इंटरमीडिएट की प्रायोगात्मक परीक्षाएं सीसी कैमरे की निगरानी में न करने और डीबीआर में रिकार्डिंग सुरक्षित न रखने पर स्कूल के प्रधानाचार्य जिम्मेदार होंगे। डीआईओएस इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे। ताकि प्रधानाचार्य व स्कूल प्रबंधक मनमानी व गड़बड़ी न करने पाएं।
डीआईओएस ने शनिवार को प्रैक्टिकल कराने वाले स्कूलों के प्रधानाचार्यों को जरूरी दिशा निर्देश जारी किये हैं। डीएम ने परीक्षा केन्द्रों की निगरानी के लिए 27 सेक्टर मजिस्ट्रेट लगाए हैं। यह स्कूलों के निरीक्षण की रिपोर्ट डीआईओएस को भेजेंगे। यूपी बोर्ड ने 12 वीं के प्रायोगात्मक परीक्षाएं सीसी कैमरे की निगरानी में कराने और इसकी रिकार्डिंग के निर्देश दिये हैं।
रिकॉर्डिंग भी सुरक्षित रखनी होगी डीआईओएस राकेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि लखनऊ में माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा 758 स्कूलों में 308 को प्रायोगात्मक परीक्षाओं का परीक्षा केन्द्र बनाया गया है। इन स्कूलों को प्रधानाचार्यों को सख्त निर्देश दिये गए हैं, प्रायोगात्मक परीक्षाएं सीसी कैमरे की निगरानी में ही कराएं। इन्हें डीबीआर में रिकार्डिंग भी सुरक्षित रखनी है। ताकि जरूरत पड़ने पर यूपी बोर्ड को मुहैया करायी जा सके।
निरीक्षण दस्ते ने लैब में कैमरे, रिकॉर्डिंग देखी
माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित इण्टरमीडिएट प्रयोगात्मक परीक्षा 1045 केन्द्रों पर रविवार को सम्पन्न हुई। वहीं राजधानी में 67 स्कूलों के बच्चों ने भौतिक, रसायन, जीव विज्ञान समेत दूसरे विषयों के प्रैक्टिकल दिये। सेक्टर मजिस्ट्रेट और शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने केन्द्रों का निरीक्षण कर लैब में सीसी कैमरे और रिकॉर्डिंग देखी। बाहर से आए परीक्षकों ने अपने सामने बच्चों से प्रयोग कराकर देखा। मॉडलों का अवलोकन छात्रों से प्रश्न भी पूछे। सेक्टर मजिस्ट्रेट ने 43, जिला विद्यालय निरीक्षक ने पांच केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। 21 से 28 के बीच प्रायोगात्मक परीक्षा होनी है।
एडीएम प्रशासन के नेतृत्व में मजिस्ट्रेट लगाए गए
डीएम सूर्य पाल गंगवार ने 12 वीं के प्रैक्टिकल पर सख्त नजर रखने के लिए ने एडीएम प्रशासन विपिन मिश्रा के नेतृत्व में 27 सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाए हैं। इन्हें इलाके वार प्रायोगात्मक परीक्षाओं के केन्द्रों की जिम्मेदारी दी गई है। रोजाना निरीक्षण की स्कूल वार रिपोर्ट तैयार करेंगे। डीआईओएस कार्यालय को उपलब्ध करायी जाएगी।
नजदीकी स्कूल में देंगे परीक्षा
कम छात्र संख्या वाले स्कूल के बच्चे नजदीकी परीक्षा केन्द्र पर प्रैक्टिकल देंगे। यूपी बोर्ड ने जिन स्कूलों के परीक्षा केन्द्र दूर बना दिये थे। यहां के बच्चे भी पास के स्कूल में प्रैक्टिकल कर सकेंगे। डीआईओएस ने इन स्कूलों को छूट दी है।