कई राज्यों में नहीं है…
छात्रों का दावा है कि मुख्य परीक्षा में वैकल्पिक विषय होने के कारण इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के छात्रों को इतने अधिक अंक मिल जाते हैं जितना मानविकी वर्ग के छात्रों के लिए संभव नहीं है। बिहार लोक सेवा आयोग ने हाल ही में मुख्य परीक्षा से वैकल्पिक विषय को हटाते हुए उसे क्वालीफाइंग और बहुविकल्पीय कर दिया है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और झारखंड जैसे राज्यों में पहले से यह व्यवस्था नहीं है।
प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता। सूबे की सबसे प्रतिष्ठित सेवा पीसीएस की मुख्य परीक्षा से वैकल्पिक विषय हटाने के लिए प्रतियागी छात्रों ने शुक्रवार से ट्वीटर पर अभियान छेड़ा है। भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष कौशल सिंह, उत्कर्ष द्विवेदी समेत बड़ी संख्या में प्रतियोगी छात्र मुख्यमंत्री व उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष को संबोधित करते हुए ट्वीट कर रहे हैं।छात्रों का तर्क है कि हिन्दी भाषी क्षेत्रों के प्रतियोगी छात्रों के साथ न्याय करने, स्केलिंग से मुक्ति देने और सभी विषयों के साथ न्याय करने के लिए वैकल्पिक विषय को हटाना जरूरी है। अभियान में मनोज पांडेय, सतीश, डॉली, कंचन आदि शामिल रहे।