परिषदीय स्कूल में पंजीकृत नौनिहालों की शैक्षिक क्षमता बढ़ाने के लिए निपुण भारत योजना संचालित की जा रही है। योजना सफल हो इसके लिए नौनिहालों को भाषा व गणित में दक्ष करने के लिए शिक्षकों के साथ अब डीएलएड प्रशिक्षु की मदद ली जाएगी। पढ़ाने के बाद कक्षावार हिंदी व भाषा में दक्ष बच्चों को निपुण विद्यार्थी के रुप में तैयार कर सम्मानित किया जाएगा।
बेसिक शिक्षा विभाग पंजीकृत बच्चों में समझ व कौशल विकसित लर्निंग की व्यवस्था को सुदृढ़ करने की कोशिश में जुटा है। कक्षा एक से तीन तक पंजीकृत विद्यार्थियों को भाषा व गणित में दक्ष करने के लिए निपुण भारत योजना संचालित की जा रही है।
निपुण भारत मिशन के तहत कक्षा एक से तीन में पढने वाले विद्यार्थियों की कक्षा अनुरूप दक्षता सुनिश्चित करने के लिए शासन की ओर से कई प्रयास किए जा रहे हैं। शैक्षिक गुणवत्ता परखने के लिए स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने डायट प्राचार्य को जिम्मेदारी सौंपी है।
डीएलएड प्रशिक्षुओं को विद्यालय आवंटित किए जाएंगे। डायट में प्रशिक्षणरत डीएलएड प्रशिक्षु ही निपुण विद्यार्थी के चयन के लिए विद्यालयों का भ्रमण करेंगे।
भ्रमण के दौरान स्कूल में कार्यरत शिक्षकों की मदद से नौनिहालों को पढ़ाने के बाद कक्षावार हिंदी व भाषा में दक्ष बच्चों को निपुण विद्यार्थी के रूप में तैयार कर सम्मानित किया जाएगा। परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों की शैक्षिक गुणवत्ता निपुण लक्ष्य एप के माध्यम से पहचान करते हुए कमजोर विद्यार्थियों को विशेष रूप से शिक्षित किया जाएगा।