प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) राज्य विश्वविद्यालय के स्नातक विषम सेमेस्टर की परीक्षा 11 जनवरी से शुरू है। इस बार मूल्यांकन प्रक्रिया में अहम बदलाव किया गया है। परीक्षा के दौरान जिन कॉलेजों में नकल के आरोप सामने आएंगे, उन केंद्रों की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन विशेष रूप से कराया जाएगा। मूल्यांकन के बाद आरोप लगने वाले कॉलेजों की कॉपियां क्रॉस चेक होंगी। इसके लिए एक कमेटी बनाई गई है। कमेटी में विश्वविद्यालय परिसर, एडेड व राजकीय कॉलेज के शिक्षकों को शामिल किया जाएगा। पीआरएसयू की विषम सेमेस्टर परीक्षा के लिए मंडल के 20 एडेड और राजकीय कॉलेजों का जहां सेंटर बनाया गया है। वहीं, 112 स्वावित्तपोषित महाविद्यालयों में सेंटर बनाया गया है।
विदित हो कि बीए, बीएससी, बीकॉम की प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय वर्ष के शैक्षिक सत्र 2021-22 की वार्षिक परीक्षा में कुल 27220 परीक्षार्थी सामूहिक नकल में दोषी पाए गए थे। इनमें से ज्यादातर परीक्षार्थी बीएससी के थे। प्रथम वर्ष के 9245, द्वितीय वर्ष के 9434 और तृतीय वर्ष के 8541 विद्यार्थी सामूहिक नकल में दोषी पाए गए। सामूहिक नकल में दोषी पाए गए परीक्षार्थियों को विश्वविद्यालय प्रशासन ने दूसरा अवसर प्रदान करते हुए उनके लिए 23 से 27 दिसंबर के मध्य परीक्षा आयोजित की थी। सामूहिक नकल में दोषी पाए गए 27220 में से 23540 विद्यार्थी दोबारा परीक्षा दी थी। सामूहिक नकल के मामले में 270 संघटक महाविद्यालयों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन पर 75 हजार से लेकर डेढ़ लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया। साथ ही 43 कॉलेजों को डिबार कर दिया, जिन्हें आगामी परीक्षाओं में केंद्र नहीं बनाया जाएगा।
परीक्षा में नकल करते हुए तीन छात्र पकड़े गए
प्रयागराज। प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय की विषम सेमेस्टर परीक्षा के तीसरे दिन शुक्रवार को मंडल से तीन छात्र नकल करते पकड़े गए। प्रयागराज, कौशाम्बी, फतेहपुर, प्रतापगढ़ में दोनों पालियों में कुल 55160 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हए। वहीं, 883 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।