केंद्र सरकार इस बार बजट में समग्र शिक्षा अभियान सहित पूरी स्कूली शिक्षा के लिए खास घोषणाएं कर सकती है। इस बार स्कूली शिक्षा की विभिन्न योजनाओं के लिए 15 फीसदी तक बढ़ोतरी की उम्मीद शिक्षा विभाग को है। विभिन्न योजनाओं में बजट आवंटन की बढ़ोतरी के प्रस्ताव तैयार किए गए हैं। खासतौर पर आधारभूत संरचना को दुरुस्त करने और कोविड़ के दौरान स्कूलों पर पड़े असर से उबारने की कोशिश बजट में नजर आ सकती है।
जानकारों का कहना है कि कोविड के दौर में स्कूल बंद होने से बड़ी संख्या में छात्रों को कोविड- 19 के प्रभाव में स्कूल छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था। इससे बच्चों की सीखने की छमता पर भी असर पड़ा। पिछले दो वर्षों में केंद्रीय बजट में शिक्षा के लिए आवंटन को जानकारों ने पर्याप्त नहीं माना था। इस बार हर तरफ से स्कूली
शिक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण योजनाओं में बढ़ोतरी का दबाव है।
सूत्रों के अनुसार, समग्र शिक्षा अभियान के बजट में बढ़ोतरी के साथ अध्यापक प्रशिक्षण और प्रौढ़ शिक्षा पर भी बजट में तवज्जो दिए जाने की उम्मीद जताई जा रही है। इन दोनों मद में बजट आवंटन 2021-22 में 250 करोड़ था, जो 2022-23 में घटकर 127 करोड़ रह गया । समग्र शिक्षा अभियान में पिछले बजट में भी बढ़ोतरी की गई थी, लेकिन कोरोना की वजह से इसका जमीनी असर देखने को नहीं मिला। इस वर्ष एसएसए को एनईपी 2020 के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए ज्यादा बजट मिलने की उम्मीद है।