वरेली : बेसिक शिक्षा विभाग में पोर्टल की खराबी के चलते 10 हजार शिक्षकों को दिसंबर का वेतन नहीं मिल सका। शीतकालीन अवकाश होने से कई शिक्षकों ने घूमने के लिए तैयारी की थी, लेकिन अब उन्हें समस्या आ रही है। यह स्थिति सिर्फ जिले या मंडल की नहीं बल्कि पूरे प्रदेश की है।
जिले में साढ़े दस हजार शिक्षक हैं। दिसंबर के अंतिम सप्ताह में ही मानव संपदा पोर्टल क्रैश हो गया था। तब से शिक्षकों को पोर्टल के माध्यम से अवकाश लेने में दिक्कतें आ रही थीं। शिक्षक पोर्टल पर अपनी उपस्थिति भी लाक नहीं कर सके। इसके चलते उनका वेतन अब तक नहीं मिल सका। 31 दिसंबर से शीतकालीन अवकाश होने से कई शिक्षक धार्मिक स्थल व घूमने के लिए अन्य जगहों पर निकले हैं। उन्हें उम्मीद थी इस माह के शुरुआती तीन दिनों में वेतन आ जाएगा, लेकिन वेतन न आने से परेशानी हो रही है। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से पोर्टल की जानकारी ले रहे शिक्षक : शिक्षक नेता हरीश बाबू शर्मा ने बताया कि बीते सोमवार को पोर्टल खुला था, लेकिन अधिक लोड होने से काफी मशक्कत के बाद कुछ ही शिक्षक उपस्थिति लाक कर सके।
अधिकांश शिक्षकों में मायूसी है। अब शिक्षक फोन और इंटरनेट मीडिया पर एक-दूसरे से पोर्टल के बारे में जानकारी ले रहे हैं।
इसी सप्ताह के अंत तक शिक्षकों का वेतन रिलीज होने की उम्मीद है। इसको लेकर उच्चाधिकारियों से बात चल रही है। पोर्टल सही होने पर खंड शिक्षाधिकारियों की ओर से उपस्थिति लाक होने के बाद वेतन मिल सकेगा।
- विनय कुमार, वीएसए ।