● 12-13 जनवरी को परीक्षा से पहले पर्चा आउट करा लिया था गिरोह ने
● मेरठ में दर्ज था केस, कई अभ्यर्थियों से रुपये लेकर लखनऊ आया था
लक्ष्मीनारायण और विनायक राय के नाम का खुलासा
एसटीएफ की पूछताछ में विनायक राय और लक्ष्मी नारायण के नाम का खुलासा हुआ है। अमित ने बताया कि दोनों ने ही पेपर उसे मुहैया कराया था। एक पेपर की एवज में दो से तीन लाख रुपये दिए जाते थे। अमित ने बताया कि इस पेपर को लेने के बाद वह दो-दो लाख रुपये में 5-6 लोगों को आगे बेच देता था। विनायक राय पेपर लीक कांड में पूर्व में भी आरोपी रहा है और लखनऊ का निवासी है। वहीं, दूसरी ओर लक्ष्मीनारायण के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। अमित ने मोबाइल से व्हाटसएप का डाटा डिलीट कर दिया था।
लखनऊ, प्रमुख संवाददाता। सी-टेट (सेन्ट्रल टीचर एलिजीबिलिटी टेस्ट) का पर्चा आउट कराकर पास कराने के नाम पर वसूली करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड कोचिंग संचालक अमित सिंह को एसटीएफ ने बुधवार को लखनऊ में कलेवा चौराहे के पास गिरफ्तार कर लिया। अमित के खिलाफ एक दिन पहले ही मेरठ में मुकदमा दर्ज किया गया था। उस पर आरोप था कि वह इस परीक्षा का पर्चा आउट कराने का प्रयास कर रहा है, इसके लिये ही लखनऊ गया है। मेरठ यूनिट से यह सूचना मिलने पर ही एसटीएफ मुख्यालय से टीम अलर्ट हो गई थी। अमित के पास बुधवार को आयोजित परीक्षा का पर्चा और अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं। एसटीएफ यह पता कर रही है कि अमित पर्चा आउट करा पाया था अथवा नहीं।
एसटीएफ प्रभारी एसएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि अमित सिंह मूल रूप से इंदिरा नगर सेक्टर डी का है। मेरठ यूनिट ने सूचना दी थी कि अमित के खिलाफ मेरठ के कंकरखेड़ा थाने में सी-टेट का पर्चा आउट कराने का मुकदमा दर्ज है। वह 17 जनवरी को होने वाली सी-टेट परीक्षा का पर्चा आउट कराकर अभ्यर्थियों से रुपये वसूलने की फिराक में लखनऊ गया है।
एसटीएफ की साइबर टीम ने पड़ताल शुरू की तो कलेवा चौराहे के पास अमित हाथ लग गया।