मानिकपुर (चित्रकूट ), कम्पोजिट विद्यालय सकरौहा क्षेत्र मानिकपुर के शिक्षामित्र बाबूलाल कोल (46) वर्ष का रविवार को आर्थिक तंगी के कारण हृदयाघात हो जाने से सुबह 6 बजे मौत हो गयी। घर की स्थिति बदतर होने के कारण कफन के लिए एक रुपया नही है अंतिम संस्कार कैसे होगा।
बाबूलाल की पत्नी सुनीता का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं अपने पीछे तीन लड़कियों और दो अबोध लड़कों को छोड़ गये। बच्चों में एक लड़की की शादी हो चुकी है शेष दो लड़कियां हैं। एक 12 साल की और एक 18 साल की तथा लड़के एक 10 साल का और एक 14 साल का है ।
गत वर्ष आर्थिक संकट और कर्ज के बोझ को सहन न कर पाने के कारण बाबूलाल के पिता भी नही रहे। इधर घर परिवार का अकेले भरण पोषण करने वाले अल्प मानदेयधारी शिक्षा मित्र बाबूलाल का निधन हो जाने से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। बी बच्चों का रो रोकर बुरा हाल है। लड़की भी शादी के लायक है आखिर ऐसे में कैसे होगा दुधमुहे बच्चों का पालन ये एक यक्ष प्रश्न है। बाबूलाल के बच्चों का कहना है कि योगी जी जिन्दगी भर हमारे पिता ने शिक्षा विभाग की सेवा किया और बदले में उन्हें मौत मिली आखिर क्या कसूर था हमारा पोषण के लिए मुख्यमन्त्री योगी जी से गुहार लगाई है।