अमरोहा, किताब व कार्य पुस्तिका रद्दी में बेचने के मामले में गंगेश्वरी की बीईओ आयशा बी का चार्ज छीने जाने के संग अब सभी की निगाह शासन स्तर से होने वाली कार्रवाई पर टिकी है। सूत्रों के मुताबिक निलंबन के संग विभागीय कार्रवाई भी हो सकती है। बड़ी कार्रवाई के अंदेशे से बेसिक शिक्षा विभाग के अफसर सहमे हुए हैं।
बीती सात फरवरी को कनेटा गांव में एक घर के सामने डीसीएम में लादे जाते वक्त 10841 कार्य पुस्तिका व किताब पकड़ी गई थीं। उक्त कार्य पुस्तिका गंगेश्वरी विकास खंड के परिषदीय विद्यालयों के कक्षा एक से आठ तक के छात्र-छात्राओं को निशुल्क वितरण के लिए मिली थीं। गंगेश्वरी की तत्कालीन बीईओ आयशा बी ने मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस इस मामले में चंदनपुर बीआरसी केंद्र के भंडार प्रभारी एवं कनिष्ठ लिपिक जयपाल सिंह, किताब सप्लायर संजीव राणा निवासी मोहम्मदपुर सुल्तानठेर गजरौला व शाहपुर कला निवासी कबाड़ी सरफराज को जेल भेज चुकी है। कलक्ट्रेट में तैनात एसडीएम अरुण कुमार की जांच रिपोर्ट को डीएम शासन को भेज चुके हैं। जोया के बीईओ समेत अन्य स्तरों पर जांच अभी चल रही है। मंगलवार को आयशा बी से गंगेश्वरी की बीईओ का चार्ज छीन लिया गया था। उन्हें बीएसए कार्यालय से अटैच किया गया है। उधर, सूत्रों के मुताबिक शासन स्तर से जल्द बड़ी कार्रवाई हो सकती है। इसमें निलंबन से लेकर आला अफसर से विभागीय जांच भी कराई जा सकती है। फिलहाल बड़ी कार्रवाई के अंदेशे से विभागीय अफसरों में खलबली मची है।