लखनऊ। विधान परिषद में कार्य स्थगन प्रस्ताव के तहत ही निर्दल समूह की ओर से इंटर कॉलेजों में व्यावसायिक शिक्षकों का मुद्दा उठाया गया। राज बहादुर सिंह चंदेल ने मांग की कि व्यावसायिक शिक्षकों का मानदेय निश्चत किया जाए।
माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने कहा कि व्यावसायिक शिक्षकों को पहले 50 रुपये प्रति पीरियड मिलता था। केंद्र ने योजना बंद कर दी। तब से राज्य सरकार यह वहन कर रही है।सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने मंत्री से कहा कि शिक्षकों को खाली पदों पर समायोजित करने की मांग की गई है, इस पर विभाग से एक रिपोर्ट मंगवा लें।