बीएसए कार्यालय पर बुधवार को डीएम ने छापा मारा। मुख्य द्वारा पर ताला बंद कराकर सघन निरीक्षण किया। 10 कर्मी अनुपस्थित मिले, देरी से पहुंचने व खामियां मिलने पर फटकार लगाया। शासन से संबंधित पत्रावलियों व फाइलों के संबंध में जानकारी मांगी। विभिन्न पटल की फाइलों को तलब किया। एएओ के लेखाकार पूछताछ के लिए साथ ले गए। करीब एक घंटे के निरीक्षण में कार्यालय में अफरा-तफरी मची रही है।
डीएम के निरीक्षण से मची अफरा-तफरी
जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह सुबह 10:15 बजे के बाद बीएसए कार्यालय पहुंचे। यहां अपर उपजिलाधिकारी नवीन कुमार श्रीवास्तव के साथ कार्यालय के मुख्य द्वार को बंद कराकर अंदर पहुंचे। यहां बार-बारी से एक पटल पर जांच किया। सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी (एएओ) सत्येंद्र कुमार सिंह, कनिष्ट सहायक सुनील कुमार मिश्रा, शैक्षिक सूचना प्रबंध प्रणाली प्रभारी शिव प्रसाद चौधरी, लेखाकार चंद्रेश्वर मिश्रा, अनुचर राजेश व रामसांवरे कार्यालय में अनुपस्थित मिले। लेखाकार का नाम लेकर जब डीएम ने पूछा तो पता चला बाहर आ गए हैं। इस बीच कुछ अन्य कर्मियों के पहुंचने की सूचना मिली। वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय में वरिष्ठ सहायक तनुज श्रीवास्तव ही उपस्थित मिले। यहां रूटिन की फाइलें तलब किया। इन फाइलों की हुई जांच
डीएम ने इंट्रीग्रेटेड ग्रीवेंस रिड्रेशन सिस्टम (आइजीआरएस), भुगतान, विद्यालयों में भेजी गई धनराशि, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में हुए भुगतान, कंपोजिट ग्रांट, मध्याह्न भोजन व रसोइयां चयन अन्य फाइलें जांच के लिए तलब किया। साथ में लेखाकार को भी वाहन से ले गए जो कुछ देर बाद वापस कार्यालय लौटा। डीएम ने बीएसए फाइलों के संबंध में पूछताछ किया। मंडलायुक्त व राज्य परियोजना निदेशक द्वारा मिले निर्देश व कार्यों के संबंध में जानकारी लिया। कार्यालय में नवनिर्मित शौचालय आदि को देखा। जांच के समय बीएसए व विभागीय कर्मी बाहर खड़े रहे। डीएम ने कहा कि शिकायत पर निरीक्षण किया गया है। कुछ कमियां मिली हैं। जांच के लिए फाइल तलब की गई है। बीएसए अतुल कुमार तिवारी का कहना है आइजीआरएस पर शिकायत थी। औचक निरीक्षण में डीएम ने फाइलें जांच के लिए मंगाई है।