बाराबंकी। यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार की मंशा के अनुरूप नवाचार के जरिए छात्र-छात्राओं की बौद्धिक क्षमता बढ़ाने। इसके अलावा उनमें स्कूल आने की ललक पैदा करने और लर्निंग आउटकम बढ़ाने वाली बाराबंकी जिले की दो महिला शिक्षिकाओं समेत कुल तीन शिक्षकों को प्रदेश स्तर पर एडूलीडर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
इन शिक्षकों को निपुण भारत मिशन के अंतर्गत लखनऊ के उद्यमिता विकास संस्थान में आयोजित शैक्षिक गुणवत्ता सेमिनार के दौरान महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद के द्वारा सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम समग्र शिक्षा उत्तर प्रदेश के सहयोग से आयोजित किया गया था।
इन शिक्षकों में विकासखंड बंकी के प्राथमिक विद्यालय बनवा की सहायक अध्यापिका अजिता श्रीवास्तव, विकासखंड सिरौलीगौसपुर के प्राथमिक विद्यालय किंतूर की इं. प्रधानाध्यापिका अपर्णा श्रीवास्तव और विकासखंड त्रिवेदीगंज के प्राथमिक विद्यालय बहुता के प्रधानाध्यापक राहुल कुमार शुक्ला शामिल हैं। इन तीनों शिक्षकों ने नवाचार के द्वारा बच्चों की बौद्धिक कुशलता बढ़ाने और उनमें शिक्षा के प्रति ललक पैदा करने की दिशा में काफी काम किया है।
प्राथमिक विद्यालय बनवा की सहायक अध्यापिका अजिता श्रीवास्तव ने अपने नवाचारों के जरिये बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि जागृत की। वह एडूलीडर्स ज्ञान गंगा टीम की मेंबर हैं। अजिता प्रदेश के सभी जिले के परिषदीय विद्यालय में डेली ब्लैक बोर्ड वर्क भेजती हैं। उन्होंने मातृत्व अवकाश के दौरान भी राज्य स्तरीय कार्यपत्रक विद्या प्रवाह में प्रतिभागिता की। दीक्षा वीडियोस में 100 वीडियो स्क्रिप्ट लेखन का कार्य भी अजिता ने बखूबी किया है। इसके अलावा अजिता यूनिसेफ और राज्य सरकार द्वारा बनाई गई उस टीम का भी अहम हिस्सा हैं, जो दृष्टि बाधित बच्चों के लिए ई-कंटेंट बनाने का काम करती है। साथ ही पीएम ई-विद्या डीटीएच टीवी चैनलों के लिये तैयार किए गए वीडियो की समीक्षा हेतु मेटा डाटा तैयार करने वाले टीम में अजिता प्रतिभाग कर रही हैं।
वहीं इंचार्ज प्रधानाध्यापिका अपर्णा श्रीवास्तव ने कोविड काल में शिक्षा के प्रति बच्चों के मनोबल को व्हाट्सएप के जरिये बढ़ाने का प्रयास किया। उन्होंने बच्चों में संस्कार बढ़ाने के लिए नियमित रूप से नैतिक शिक्षा की एक कहानी बच्चों के व्हाट्सएप ग्रुप पोस्ट करनी शुरू की। यह काम करते हुए उन्हें तकरीबन एक साल हो गये हैं। वह लगातार एक कहानी पोस्ट कर रही हैं। इसके अलावा उनके स्कूल में बाउंड्री नहीं थी और जमीन भी नहीं थी। लिहाजा उन्होंने गांव वालों को मोटिवेट किया और उनसे उनकी जमीन ली, फिर स्कूल के लिये बाउंड्री का निर्माण कराकर सुंदर परिसर तैयार करवाया।
इसी तरह बहुता के प्रधानाध्यापक राहुल कुमार शुक्ला ने बच्चों को सिद्धांतों के बजाय प्रेक्टिकल के आधार पर शिक्षित किया और उनकी समझ बढ़ाने का प्रयास किया। उन्होंने यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान मतदाता जागरूकता अभियान को लेकर बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ क्षेत्र में पहल की। उनकी इस मुहिम में बच्चों ने पेंटिंग, रंगोली आदि बनाकर मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित किया। जिसे बाद में जिला प्रशासन द्वारा काफी सराहा भी गया।
बता दें कि एडूलीडर्स प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत ऐसे ही स्वप्रेरित, ऊर्जावान, टेक्नोसेवी शिक्षकों का एक समूह है, जिसका नेतृत्व बस्ती के राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक डॉ. सर्वेस्ट मिश्र करते हैं। प्रदेश सरकार निपुण भारत मिशन के तहत परिषदीय स्कूलों की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए लगातार कवायद कर रही है। इसमें प्रदेश के विभिन्न स्कूलों के शिक्षकों ने भी व्यक्तिगत रूप से काफी प्रयास किये है। विभिन्न जनपदों के ऐसे ही कुल 150 जुझारू शिक्षकों को एडूलीडर्स सम्मान दिया गया है।