लखनऊ। परिषदीय स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता की समय-समय पर जांच के लिए रिसोर्स पर्सन व मेंटर की तैनाती की गई है, लेकिन सितंबर से दिसंबर तक हुई जांच में कमियां सामने आई हैं। इस पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने सभी बीएसए व डायट प्राचार्यों को संबंधित से स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने जिलों से मिले आंकड़ों के आधार पर कहा है कि न निर्धारित समय में पर्यवेक्षण हुआ है, न ही निर्धारित लक्ष्य के हिसाब से जांच की गई है। यही नहीं शिक्षकों की उपस्थिति शत-प्रतिशत या अधिक दिखाई गई है। जो संदेहास्पद है।
उन्होंने संबंधित जिलों के एसआरजी, एआरपी व मॅटर्स से स्पष्टीकरण लेकर तथ्यात्मक रिपोर्ट एक सप्ताह में राज्य परियोजना कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में निर्देशों के अनुसार पर्यवेक्षण न होने वर बीएसए, खंड शिक्षा अधिकारी व मॅटर्स का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाएगा।