गोण्डा, कंपोजिट ग्रांट के लिए पीएफएमएस लिमिट से भुगतान करने में बेसिक शिक्षकों की नौकरी पर संकट खड़ा हो गया है। पीएफएमएस वेबसाइट पर काम करने का समय और स्कूल टाइम में स्कूल में उपस्थिति के दो पाटों में गुरुजी के एक तरफ कुंआ तो दूसरी तरफ खाई है। वेबसाइट से भुगतान की तकनीकि पेंचीदगियों के साथ-साथ वित्तीय वर्ष समाप्त होने से पूर्व लिमिट से स्कूल विकास के कार्य कराने के विभागीय दबाव में गुरुजी को मुश्किल से निकलने की राह नहीं सूझ रही ।
दस असल इस वित्तीय वर्ष में स्कूलों में विकास कार्यों के लिए विद्यालय प्रबंध समिति के पीएफएमएस बैंक खाते बैंक आफ बड़ौदा में खुलवाए गए हैं। इन खातों में कंपोजिट ग्रांट की लिमिट भेजी गई है जिसका उपभोग पीएफएमएस पोर्टल के माध्यम से होना है।
स्कूल टाइमिंग- बैंक टाइमिंग में उलझे गुरुजी : परिषदीय स्कूलों के संचालन का समय सुबह 9 बजे से शाम 3 बजे तक है। शिक्षकों की स्कूल में उपस्थिति सुबह 8:30 से शाम 3:30 तक अनिवार्य है। जबकि पीएफएमएस वेबसाइट पर किसी कार्यदिवस में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक ही काम किया जा सकता है ।
मोबाइल फोन से लॉगिन करना असंभव
पीएफएमएस के माध्यम से भुगतान करने के लिए पोर्टल पर डेटा आपरेटर और डेटा अप्रूवर दो अलग-अलग आईडी से काम करना होता है। जिसमें से एक प्रधानाचार्य की आईडी है जबकि दूसरी वरिष्ठ शिक्षक की शिक्षकों का कहना है कि मोबाइल फोन पर डेटा आपरेटर की आईडी से लॉगिन करने में उन्हें एक दर्जन या कई बार तो उससे भी अधिक बार कोशिशें करनी पड़ रहीं हैं क्योंकि लॉगिन पासवर्ड डालने के बाद भी पोर्टल खुल नहीं रहा है। जो शिक्षक लॉगिन करने में सफल हुए हैं उनका कहना है कि जब तक कि पैसा न आ जाए तब तक लॉगिन नहीं हो सकता।