मैनपुरी, दो वर्षों से परिषदीय स्कूल मैनपुरी का शिक्षक स्कूल नहीं जा रहा। इस शिक्षक ने डीएम से शिकायत की कि उसे बीएसए वेतन नहीं दे रही हैं जिससे वह परेशान है। आईजीआरएस पोर्टल पर की गई इस शिकायत को डीएम ने कार्रवाई के लिए बीएसए को भेजा तो पता चला कि शिक्षक दो साल से स्कूल नहीं जा रहा और न ही विभाग को इस संबंध में कोई जानकारी दी गई है। यह तथ्य आने के बाद बीएसए ने शिक्षक को सस्पेंड कर दिया है। शिक्षक का सहयोग करने वाला कर्मचारी भी सस्पेंड किया गया है।
मामला किशनी विकासखंड क्षेत्र के उच्च प्राथमिक समदपुर से जुड़ा है। यहां तैनात सहायक अध्यापक युगल किशोर पांडेय ने आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत देकर जानकारी दी कि दो साल से उसका वेतन नहीं मिल रहा। वह अपने बच्चों की फीस नहीं भर पा रहा। एक्सीडेंट में वह घायल हो गया है। उसे वेतन दिलाया जाए। डीएम ने ये शिकायती पत्र कार्रवाई के लिए बीएसए को भेज दिया। बीएसए कार्यालय में किशनी और करहल के पटल को देख रहे सुभाष यादव ने उपरोक्त शिक्षक का वेतन निर्गत किए जाने पर लगी रोक हटाने का पत्र जारी किया और बीएसए के पास भेज दिया। जबकि इसकी अनुमति बीएसए से नहीं ली गई।
दोनों को आरोप पत्र दिए गए, मांगा जवाब
बीएसए दीपिका गुप्ता ने बताया कि उन्होंने इस प्रकरण की जांच कराई तो पता चला कि शिक्षक युगल किशोर कई वर्षों से गायब है और उसके वेतन जारी करने पर रोक लगी हुई है। बीएसए ने पहले डीएम को गुमराह करने के लिए फर्जी शिकायती पत्र देने के आरोपी शिक्षक युगल किशोर को सस्पेंड किया और इसके बाद अधिकारियों को गुमराह कर शिक्षक की पत्रावली बनाने के आरोपी पटल सहायक सुभाष चंद्र को भी सस्पेंड कर दिया है। दोनों से ही सात दिन में दिए गए आरोप पत्र का जवाब भी मांगा गया है।