केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करने के बाद बुधवार को कहा कि इस बजट के माध्यम से देश की बड़ी आबादी को फायदा पहुंचाने का काम किया गया है। उनके मुताबिक इस बजट से देश के अंतिम छोर के व्यक्ति तक विकास पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा नई टैक्स स्कीम को और आकर्षक बनाना है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इससे जुड़ें।
नई कर व्यवस्था ज्यादा आसान वित्त मंत्री ने बजट के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि लोगों के लिए हर साल निवेश करने और उससे जुड़ी टैक्स छूट को हासिल करना कठिन होता है। इसीलिए नई व्यवस्था बनाई गई थी। पिछले कुछ सालों में इसके असर को देखते हुए इसे और आगे बढ़ाने का ऐलान किया गया है। ये व्यवस्था ज्यादा आसान है और लोगों के लिए इसमें टैक्स की दरें भी कम हैं।
पुरानी टैक्स व्यवस्था का भी विकल्प वित्त मंत्री ने कहा कि जिन लोगों को निवेश और उससे जुड़ी छूट में फायदा लगता है वो उसी पुरानी व्यवस्था में बने रह सकते हैं। पुरानी टैक्स स्कीम में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने इस पर कहा कि हमें उम्मीद है कि अगर लोग अपनी आमदनी के हिसाब से टैक्स की गणना करेंगे तो उन्हें नई व्यवस्था में ही फायदा नजर आएगा। सरकारी आकलन के मुताबिक आयकर और दूसरे मदों में दी गई टैक्स छूट से कुल मिलाकर सरकारी खजाने पर 35,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।