पयागपुर, संवाददाता।
आकांक्षी जिलों में कार्यरत शिक्षकों को अंतर्जनपदीय स्थानांतरण का लाभ दिए जाने के सम्बंध में तहसील के शिक्षकों ने मंगलवार को जुलूस निकालकर मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी पयागपुर दिनेश कुमार को सौंपा। तहसील क्षेत्र के हुजुरपुर,पयागपुर व विशेश्वरगंज के परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक, शिक्षिकाओं ने तहसील मुख्यालय पर उपस्थित होकर एसडीएम दिनेश कुमार को मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा। शिक्षकों ने मांग की कि उन्हें भी अन्य परिषदीय शिक्षकों की तरह अंतर्जनपदीय स्थानांतरण का लाभ दिया जाए।
शिक्षक नेता अनुभव सिंह ने कहा कि सरकार ने लगभग 21 हजार शिक्षकों का अंतर्जनपदीय स्थानांतरण किया है, लेकिन इसका लाभ आकांक्षी जनपदों के शिक्षकों को नहीं मिला है,जबकि शासन की ओर से 54120 शिक्षकों के स्थानांतरण किए जाने के निर्देश दिए गए थे। कहा कि स्थानांतरण की रिक्त सीटों पर आकांक्षी जनपदों में कार्यरत शिक्षकों को लाभ देते हुए उनका स्थानांतरण किया जाए। 68500 और 69500 की शिक्षक भर्ती होने से आकांक्षी जिलों में शिक्षकों की कमी को पूरा किया जा चुका है। शिक्षिका ऋचा दीक्षित ने कहा कि हम आकांक्षी जनपद के शिक्षक, शिक्षिकाओं को अंतर्जनपदीय स्थानांतरण से वंचित रखा गया है,जबकि हम कई वर्षों से अपने घर परिवार से 500- 600 किलोमीटर दूर रहकर यहां पूरे मनोयोग से बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं।
शिक्षक प्रेम सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश के आठ आकांक्षी जिलों के शिक्षकों को स्थानांतरण का लाभ न मिलने से उनके पारिवारिक व सामाजिक दायित्वों का सम्यक निर्वाह नहीं हो पा रहा है। सरकार की ओर से हम शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। जहां एक तरफ 21 हजार से अधिक शिक्षकों को अंतर्जनपदीय स्थानांतरण का लाभ प्रदान किया गया, वहीं हम शिक्षकों को इस व्यवस्था से दूर रखा गया, जो उचित नहीं है। ज्ञापन के दौरान जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के अध्यक्ष अखिलेश मिश्र,उप्र.प्रा. शिक्षक संघ के अध्यक्ष उमाकान्त तिवारी,मंत्री अमित मिश्रा, कोषाध्यक्ष राकेश यादव आदि सैकड़ों शिक्षक व शिक्षिकाएं मौजूद रहे।