काकोरी, । दुबग्गा के बरावन कला में शिक्षिका ने घर में मुझे तीन साल से बंधक बना रखा है। जबरन घर में झाडू पोछा कराती हैं। मना करने पर मार पड़ती है। यह दर्द बुधवार को किशोरी ने पुलिस के सामने बयां किया। जिसके बाद शिक्षिका को पूछताछ के लिए कोतवाली बुलाया गया। किशोरी के परिवार को भी सूचना दी गई है। जिनकी तहरीर पर कार्रवाई की जाएगी।
पढ़ाई के बहाने से लाई थी लखनऊ बाराबंकी निवासी मजदूर की 13 वर्षीय बेटी को पढ़ाने के लिए शिक्षिका काकोरी बरावन कला स्थित घर ले आई। दस वर्ष की उम्र में शिक्षिका के घर पहुंची किशोरी के साथ बुरा व्यवहार किया गया। शिक्षा देने के बजाए आरोपी शिक्षिका ने किशोरी के हाथ में झाडू थमा दी। घर के सारे काम करने को विवश किया गया। बाराबंकी के जयचंदपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका तैनात है। ड्यूटी पर जाते वक्त घर में ताला लगा कर किशोरी को अंदर बंद कर देती थी। यह सिलसिला बीते तीन साल से जारी था। पीड़ित किशोरी के अनुसार उसे खाने के लिए भी पर्याप्त भोजन उपलब्ध नहीं होता था। साथ ही शिक्षिका के घर में पले कुत्ते के लिए खाना बनाना पड़ता था। छोटी-छोटी बात पर बेल्ट से पीटा जाता था। बुधवार को किशोरी शिक्षिका को चकमा देकर बाहर निकल आई। बदहवास हालत में किशोरी ने पड़ोसियों को आपबीती बताई। इंस्पेक्टर दुबग्गा सुखबीर सिंह भदौरिया ने बताया कि किशोरी के पिता को सूचना भेजी है।
भविष्य संवारने लाई थी
किशोरी के आरोपों को शिक्षिका ने निराधार बताया है। उन्होंने पुलिस के सामने बताया कि किशोरी के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। किशोरी प्राथमिक स्कूल में पांचवीं की छात्रा है। जिस वजह से वह परिवार से वाकिफ है। किशोरी का भविष्य संवारने की मंशा से वह उसे अपने साथ घर लाई थीं। परीक्षा के वक्त वह किशोरी को स्कूल भी ले जाती थी। उसका ख्याल भी रखती है।