मांडा विकास खंड के विभिन्न ग्राम पंचायतों, परिषदीय विद्यालयों और उमापुर पंप कैनाल का तीन करोड़ रुपये से अधिक विद्युत् बिल वर्षों से बकाया है, लेकिन बिजली विभाग के अधिकारी गांवों व भारतगंज कस्बे में रोज शिविर लगाकर छोटे छोटे बकायेदारों को परेशान करके वाहवाही लूट रहे हैं।
मांडा विकास खंड के ग्राम पंचायत मसौली, बड़ी हेठार, नहवाई, पयागपुर, भवानीपुर, भौंसरा नरोत्तम, महुआरीखुर्द, साड़ी, तिसेनतुलापुर, गिरधरपुर, सिकरा, डेंगुरपुर, बेदौली, दंडपानपुर, मड़ौला, हंड़िया, यादवपुर, हाटा, महेवाकला, दिघिया, महुआंवकला, बघौरा खवासान,चिलबिला, बामपुर, राजापुर, बादपुर, कुखुड़ी, खुरमा, कनेवरा, कोसड़ाकला, सुरवांदलापुर व बेला अहिरान का बीस लाख सत्तर हजार तथा मांडाखास ग्राम पंचायत का चार लाख रुपये वर्षों से बकाया है। इसके अलावा 153 परिषदीय विद्यालयों का 76 लाख 80 हजार विद्युत बिल वर्षों से नोटिस के बाद भी नहीं जमा हो पाया है। उमापुर पंप कैनाल का कुल दो करोड़ 86 लाख 36 हजार रुपये विद्युत् बिल अवशेष है। इन तीन विभागों के तीन करोड़ से अधिक बिल बाकी होने के बावजूद विभाग अपेक्षित दबाव नहीं बना पा रहा है, जबकि गांवों व भारतगंज कस्बे के छोटे मोटे बकायेदारों के लिए विभागीय अधिकारी प्रतिदिन शिविर लगाकर उपभोक्ताओं को परेशान करते हैं और बिना बिल जमा किये खराब लाइन ठीक नहीं करते । बिजली विभाग के इस पक्षपाती कार्यवाई से छोटे बकायेदारों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।