संतकबीरनगर जिले के परिषदीय स्कूलों में तैनात शिक्षक, शिक्षिकाओं के पदोन्नति की प्रक्रिया 15 फरवरी से शुरू होगी। इसको लेकर विभाग के जिम्मेदार पहले से ही खाका तैयार करने में जुट गए हैं। वहीं पांच साल की सेवा पूरी कर चुके शिक्षकों में भी इसको लेकर काफी उत्साह है। हालांकि विभागीय जिम्मेदारों की माने तो पदोन्नति जनपद के रिक्त पदों के सापेक्ष ही होना है, ऐसे में बहुत अधिक संख्या में शिक्षकों को इसका लाभ नहीं मिल पाएगा। क्योंकि प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक पद पर पहले ही सरप्लस शिक्षक हैं।
पदोन्नति की प्रक्रिया 15 फरवरी से शुरू होगी और 30 अप्रैल तक खत्म हो जाएगी। सारी प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी होनी है। इसको लेकर विभाग ने तैयारी तेज कर दिया है। अब प्राथमिक विद्यालय के उसी स्कूल में प्रधानाध्यापक तैनात होंगे जहां पर छात्र संख्या 150 से अधिक होगी। वहीं पूर्व माध्यमिक के लिए यह मानक 100 का निर्धारित हैं। इस मानक के कारण जनपद में प्राथमिक के प्रधानाध्यापकों की संख्या निर्धारित पद संख्या से अधिक हो गई है। ऐसे में अभी तक जो विभाग ने खाका तैयार किया है उस अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में बतौर सहायक अध्यापक तैनात हुए पांच साल की सेवा पूरी कर चुके करीब 250 शिक्षक, शिक्षिकाओं को पदोन्नति का लाभ मिलेगा। उन्हें यहां तो प्राथमिक में प्रधानाध्यापक पद पर भेजा जाएगा अथवा, जूनियर में बतौर सहायक अध्यापक तैनाती होगी। वहीं करीब 100 शिक्षक, शिक्षिका ऐसे हैं, जो वर्तमान में प्राथमिक में प्रधानाध्यापक अथवा जनूयिर में सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत हैं उनको जूनियर में प्रधानाध्यापक के पद पर पदोन्नति दी जाएगी। प्रमोशन प्रक्रिया कई करीब छह वर्ष के बाद शुरू हो रही है। पूर्व में सपा सरकार के समय ही प्रमोशन हुआ था, उसके बाद से बेसिक स्कूलों में प्रमोशन नहीं हुआ।
बीएसए अतुल कुमार तिवारी ने बताया कि शासन ने पदोन्नति करने का आदेश प्राप्त हो गया है। निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जा रही है। प्राथमिक के प्रधानाध्यापक पद पर पहले से ही सर प्लस शिक्षक हैं। ऐसे में रिक्तियों के आधार पर ही प्रमोशन किया जाएगा।