लखनऊ। नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती का सूखा कब खत्म होगा यह भविष्य के गर्त में है। बढती बेरोजगारी टेट, सीटेट पास युवाओं के लिए खतरे का संकेत है। उत्तर प्रदेश के बेरोजगारों के सामने बहुत बड़ा संकट खड़ा हो गया है, क्योंकि शिक्षक पात्रता परीक्षा 4 वर्षों से लगातार हो रही है लेकिन प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा एक बार भी आयोजित नहीं हुई है,जिससे बेरोजगारों के सामने नया संकट आ गया है।
कैरियर के चढ़ाव में बेरोजगारी का दंश झेल रहे बेरोजगार युवाओं के पास नौकरी न होने से मानसिक रूप से प्रताड़ित हैं।प्राथमिक शिक्षक भर्ती का मुद्दा उत्तर प्रदेश में बहुत बड़ा है। नयी प्राथमिक शिक्षक भर्ती कब आयेगी किसी को नहीं पता है। सरकार केवल उपलब्धि गिनवाने में परेशान है। जिन आकड़ों को सरकार प्रकाशित कर रही वास्तविक रूप से वह आकड़े बहुत पुराने है। सरकार 1 लाख 19 हजार पदों को भरने में कामयाब हुई है जो कि शिक्षा मित्रों के पद थे।
सरकार 68500 और 69000 भर्ती को अपनी भर्ती बता रही है,लेकिन ये पद शिक्षामित्रों के थे जो सुप्रीम कोर्ट से समायोजन रद्द होने के बाद इन्हें भरने थे। सरकार ने नयी प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन अभी तक जारी किया ही नहीं है। सरकार प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक छात्र अनुपात भले ही बराबर बता रही हो लेकिन स्थिति इसके उल्टा है। बच्चे तो लाखों में नामांकित हुए है लेकिन शिक्षक छात्रों के सापेक्ष कम है। नयी शिक्षा निति 2020 के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में 30:1 का अनुपात होना चाहिए लेकिन वह उत्तर प्रदेश में नहीं है। उत्तर प्रदेश के हर एक जिले में लगभग 1500 से 2000 या इससे भी अधिक शिक्षकों के पद रिक्त है। सरकार फिर भी भर्ती निकालने से बच रही है। सरकार ऐसा क्यों कर रही है सरकार ही जबाब दे सकती है। उत्तर प्रदेश में आरटीआई 2019 के अनुसार 173795 प्राथमिक शिक्षकों कर पद रिक्त है। वही लोकसभा में तारांकित प्रश्न के हिसाब से 217483 है ।
इतने पद रिक्त होने के बावजूद भी प्राथमिक शिक्षक भर्ती नहीं आ रही है। उत्तर प्रदेश की सरकार और आला अधिकारी यह साबित करने में परेशान है कि सरकार ने बहुत भर्ती दे दिया है। बेरोजगारी प्रतिशत उत्तर प्रदेश में कम हो गई है, लेकिन बेरोजगारों की फौज बढ़ती जा रही है जो कि चिंता का विषय है।
युवा बेरोजगार मंच के संस्थापक राकेश कुमार पाण्डेय उर्फ बंटी पाण्डेय ने उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को पत्र लिखा कि सरकार जल्द से जल्द नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी करे। उनका मानना है कि वही न्याय करेंगे और इस मुश्किल के समय में बेरोजगारों का साथ देंगे।
लोकसभा चुनाव 2024 के पहले बेरोजगारों को नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती का उपहार देंगे और बेरोजगारों को भविष्य सुधारने का मौका देंगे।