लखनऊ। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत निपुण भारत के लक्ष्य की प्राप्ति व विद्यालयों में 19 मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं को पूरा किए जाने की कवायद जोरों पर है। इसी क्रम में राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद ने सभी डायट प्राचार्यों व मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) को अवस्थापना सुविधाओं का भौतिक निरीक्षण करने को कहा है।
उन्होंने कहा है कि डायट प्राचार्य खुद हर हफ्ते कम से कम एक ब्लाक संसाधन केंद्र/ खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय का औचक स्थलीय निरीक्षण करें। मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक हर माह कम से कम दो केंद्रों का निरीक्षण करें। इसमें वे शिक्षक संदर्शिका के प्रयोग, पाठ्य योजना आधारित कक्षा शिक्षण प्रक्रिया, शिक्षण अधिगम सामग्री की उपलब्धता, विद्यार्थियों के नामांकन, आधार सत्यापन, मिड डे मील, कार्यालय भवन आदि की स्थितियों का निरीक्षण करें।