आजमगढ़ में यूपी बोर्ड परीक्षा में प्रशासन ने अब तक 11 शिक्षकों को अनुपस्थिति के कारण निलंबित किया है। इसके बाद भी हालत सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं अभी प्राथमिक विद्यालय के 43 शिक्षक और वित्तविहीन के 566 शिक्षकों ने बोर्ड परीक्षा से किनारा किया है।
प्रभारी DIOS मनोज मिश्रा का कहना है कि बोर्ड परीक्षा में अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। शहर में 326 केंद्र बनाए गए हैं। जो CCTV से युक्त है परीक्षा को नकल विहीन व शुचिता पूर्ण तरीके से संपन्न कराने को लेकर सुपर जोनल मजिस्ट्रेट 10 जोनल मजिस्ट्रेट 41 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 326 मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं।
वेतन रोकने के दिए गए निर्देश
प्रभारी DIOS मनोज कुमार मिश्रा का कहना है कि यूपी बोर्ड परीक्षा में दो तरह के टीचर लगाए गए हैं। एक प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक हैं। जबकि दूसरे वित्तविहीन शिक्षक हैं। प्राथमिक विद्यालय के 43 शिक्षक हैं जो अनुपस्थित रहे हैं।
ऐसे शिक्षकों का वेतन रोकने का निर्देश अग्रिम आदेश तक दे दिया गया है। इसके साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी को मामले की जांच का निर्देश और इन शिक्षकों को अपनी बात कहने के लिए दो दिन का समय दिया गया है। साक्ष्य मिलने पर वृहद दंड और निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।
इसके साथ ही वित्तविहीन शिक्षक ऐसे हैं तो वेतन नहीं पाते हैं फिर भी ड्यूटी करते हैं। कई ऐसे शिक्षक हैं जिनकी ड्यूटी बहुत दूर लगा दी गई । यदि जांच में दोषी पाए जाते हैं तो स्कूलों की मान्यता पर कार्रवाई की जाएगी।