सिद्धार्थनगर, बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों की उपस्थिति जांचने के लिए एक माह तक विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान 166 अनुपस्थित पाए गए। इनमें 76 शिक्षक, 66 शिक्षामित्र, 19 अनुदेशक और पांच शिक्षणेत्तर कर्मी शामिल हैं। बीएसए ने सभी से तीन दिवस के भीतर स्पष्टीकरण मांगते हुए नो वर्क नो पे के आधार पर वेतन व मानदेय कटौती के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है।
जिला एवं ब्लॉक स्तरीय टास्कफोर्स के अधिकारियों की ओर से प्रेरणा निरीक्षण एप के माध्यम से 20 जनवरी से 21 फरवरी 2023 तक निरीक्षण किया गया। इस दौरान अनाधिकृत रूप से 166 प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक, शिक्षामित्र, अनुदेशक और शिक्षणेत्तर कर्मी अनुपस्थित मिले। इनमें सर्वाधिक 76 शिक्षक गैरहाजिर मिले जबकि 66 शिक्षामित्र, 19 अनुदेशक, पांच शिक्षणेत्तर कर्मी शामिल हैं। बीएसए देवेंद्र कुमार पांडेय ने अनुपस्थित की सूची जारी करते हुए खंड शिक्षा अधिकारियों को समस्त से तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण लेते हुए नो वर्क, नो पे के आधार पर वेतन और मानदेय कटौती के निर्देश दिए हैं।
सर्वाधिक 26 अनुपस्थिति जोगिया ब्लॉक में मिली। सबसे कम दो शोहरतगढ़ में थी। इसके अलावा बांसी में 12, बढ़नी में छह, भनवापुर में पांच, बर्डपुर में 12, डुमरियागंज में 22, इटवा में 23, जोगिया में 25, खेसरहा में 12, खुनियांव में 10, लोटन में तीन, मिठवल में 18, नौगढ़ में सात, उस्का बाजार में नौ गैरहाजिर पाए गए। बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि अनुपस्थित के खिलाफ वेतन और मानदेय कटौती के साथ संबंधित स्पष्टीकरण लेने के लिए सभी बीईओ को निर्देश दिया गया है। संतोषजनक जवाब न देने पर संबंधित के खिलाफ अन्य कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षक फर्जीवाड़ा: 2014 में मिली शिक्षक की नौकरी, विभाग को 1.40 करोड़ का लगाया चूना
बुलंदशहर। जिले में पकड़े गए पांचों फर्जी शिक्षकों ने शातिर तरीके से महिलाओं के प्रमाण पत्रों पर नौकरी पाई। जिन महिलाओं की बीटीसी की मार्कशीट हैं, उनके बारे में विभाग को कोई रिकॉर्ड नहीं मिल रहा। शिक्षकों ने अनुक्रमांक से छेड़छाड़ कर मार्कशीट को ज्वाइन करने के दौरान लगाया था।
बीएसए ने बताया कि बर्खास्त होने वालों में दानपुर ब्लॉक के प्राथमिक स्कूल धीमही में तैनात सहायक अध्यापक विनय कुमार, अनूपशहर ब्लॉक के बिबियाना प्राथमिक स्कूल में तैनात सहायक अध्यापक विकेश चंद, सिकंदराबाद ब्लॉक के नवादा प्राथमिक स्कूल में तैनात सहायक अध्यापक अरुण कुमार, दानपुर ब्लॉक के जरैना प्राथमिक स्कूल में तैनात सहायक अध्यापक योगेश कुमार व पहासू के कमौना प्राथमिक विद्यालय नंबर दो में तैनात सहायक अध्यापक विकास बाबू को बर्खास्त किया गया है। वर्ष 2014 में जो भर्ती आई थी उसमें इन शिक्षकों ने आवेदन किया और नौकरी पाई।
विभाग को लगाया 1.40 करोड़ का चूना
शिक्षकों ने फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों पर नौकरी बेसिक शिक्षा विभाग को 1 करोड़ 40 लाख 23 हजार, 144 रुपये का चूना लगाया है। पांचों शिक्षकों की नियुक्ति तिथि भी 11 अगस्त वर्ष 2014 की है। विभाग दस साल तक शिक्षकों ने फर्जी तरीक से नौकरी की, लेकिन अब तक यह मामला किसी की पकड़ में नहीं आया। बीएसए ने काफी समय से उक्त शिक्षकों का वेतन भी रोक रखा है। अंतिम सत्यापन रिपोर्ट आने के बाद बीएसए ने शिक्षकों को बर्खास्त किया है। बीएसए ने बताया कि लेखा विभाग को तत्काल रिकवरी के आदेश दिए हैं।
औरेया, फिरोजाबाद के रहने वाले हैं शिक्षक
बीएसए बीके शर्मा ने बताया कि पकड़े गए शिक्षक औरेया और फिरोजाबाद के रहने वाले हैं। विभाग को अंदेशा है कि जिन महिलाओं के प्रमाण पत्र हैं वह भी शायद इन्हीं जनपदों से हो सकती हैं। रोल नंबर और मार्कशीट देखने के बाद महिलाओं के बारे में पता लगाया जाएगा और पूछताछ की जाएगी। फर्जीवाड़े की पूरी जांच होगी।
एक और शिक्षिका पकड़ में आई
जिले में एक और शिक्षिका फर्जी प्रमाण पत्रों पर नौकरी करत मिली है। एसटीएफ ने बीएसए को पत्र जारी कर इसके बारे में बताया था। शिक्षिका अमिता शुक्ला बराल की मढैया में तैनात हैं और प्रमाण पत्र फर्जी हैं। बीएसए ने शिक्षिका का वेतन रोक कर उससे जवाब मांगा है। बताया गया कि वह कौशांबी जिले की किसी महिला के नाम पर नौकरी कर रही हैं, प्रमाण पत्र दूसरे जनपद के हैं। बीएसए द्वारा जल्द इस शिक्षिका को भी बर्खास्त किया जाएगा। जिस शिक्षिका के शैक्षिक प्रमाण पत्र हैं उसका नाम भी अमिता शुक्ला है।
पांचों शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है। वर्ष 2014 में इन शिक्षकों ने नौकरी पाई थी। पीएनपी से शिक्षकों का सत्यापन आया था तो उसमें गड़बड़ी थी। शिक्षकों से 1.40 करोड़ से अधिक की रिकवरी वसूली जाएगी। लेखा विभाग को निर्देश जारी कर दिए हैं।
-बीके शर्मा, बीएसए