स्वेच्छिक सेवानिवृत्त, बीमार, प्रसवकालीन अवकाश व चाइल्ड केयर लीव पर रहने वालों को यूपी बोर्ड परीक्षाओं में स्टेटिक मजिस्ट्रेट और वाह्य केन्द्र व्यवस्थापक बना दिया है। जिला प्रशासन और डीआईओएस कार्यालय ने इनके नाम व मोबाइल नम्बर परीक्षा केन्द्रों को भेज दिये लेकिन इनकी बीमारी, अवकाश व सेवानिवृत्त होने की जानकारी नहीं जुटायी।
परीक्षा केन्द्रों पर इनके न पहुंचने पर केन्द्र व्यवस्थापक परेशान हो रहे हैं। इनके द्वारा फोन करने पर जानकारी मिल रही है। डीएम की अगुवायी में शनिवार को आशियाना के एल्डिको स्थित पायनियर माण्टेसरी इंटर कॉलेज में आयोजित बैठक में दर्जन भर केन्द्र व्यवस्थापकों यह शिकायतें दर्ज कराईं। डीआईओएस ने सोमवार तक सभी शिकायतों के समाधान का आश्वासन दिया।
लखनऊ में यूपी बोर्ड के 126 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। 10 वीं एवं 12 वीं के एक लाख से अधिक बच्चे परीक्षा देंगे। परीक्षाओं में ड्यूटी व निरागनी के लिए 5300 से अधिक कक्ष निरीक्षक, वाह्न केन्द्र व्यवस्थापक व स्टेटिक मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगायी गई है। बैठक में डीएम सूर्य पाल गंगवार, डीआईओएस राकेश कुमार पाण्डेय व बीएसए अरुण कुमार ने केन्द्र व्यस्थापकों को नकल विहीन परीक्षा कराने के निर्देश जारी किये।
शंकाओं का समाधान हेल्पलाइन में मिला
लखनऊ। यूपी बोर्ड के12 वीं के छात्रों ने शनिवार को विज्ञान चेतना हेल्पलाइन पर कॉल कर अलग-अलग विषयों से जुड़े जिज्ञासा व शंका वाले प्रश्न पूछे। विशेषज्ञों ने छात्रों द्वारा गणित, भौतिक, रसायन, जीव विज्ञान व अंग्रेजी के कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों उत्तर देने के साथ परीक्षा की तैयारी के टिप्स दिये। जेडी सुरेन्द्र कुमार तिवारी और मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार ने हेल्पलाइन का उदघाटन किया। प्रदेश भर के 287 से अधिक बच्चों ने कॉल की।