प्रदेश भर के शिक्षामित्रों ने सोमवार को यहां रमाबाई अंबेडकर मैदान में महासम्मेलन कर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। शिक्षामित्रों के विभिन्न संगठन एक मंच पर जुटे और सरकार से सुरक्षित भविष्य की मांग की। वहीं, सम्मेलन में पहुंचे केंद्रीय आवासन व शहरी कार्य राज्यमंत्री कौशल किशोर ने शिक्षामित्रों के मानदेय में वृद्धि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्र व राज्य सरकार के शिक्षा मंत्रियों से बात करने की बात कही। उन्होंने कहा कि अभी तीन बार इसी मैदान में फिर से एकत्र होना है
राज्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों के बहकावे में आकर कई शिक्षामित्रों ने पूर्व में हुए चुनाव में भाजपा का विरोध किया था। इसके बावजूद भाजपा सरकार ने उनका मानदेय बढ़ाया। शिक्षामित्र भाजपा सरकार का सहयोग करें। पार्टी और सरकार उनके लिए बेहतर करने का प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि सपा सरकार की गलत नीति की वजह से शिक्षामित्रों का यह हाल हुआ है। अगर तत्कालीन सरकार शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक घोषित करने की बजाय उनके शिक्षकों के वेतन समान कर देती तो आज उनकी ऐसी हालत नहीं होती। वहीं, एमएलसी संजय निषाद ने कहा कि सरकार के साथ रहिए आपकी समस्याओं का समाधान होगा।
सम्मेलन में एमएलसी ध्रुव कुमार त्रिपाठी, प्राथमिक शिक्षामित्र संघ प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार शुक्ला, आदर्श समायोजित शिक्षक शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के कार्यकारी प्रांतीय अध्यक्ष विश्वनाथ सिंह, दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव मौजूद रहे। वहीं संतोष कुमार मिश्र, सैयद जावेद, सुमन यादव, रीना सिंह, अवनीश सिंह समेत हजारों की संख्या में शिक्षामित्र भी मौजूद रहे।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शिक्षामित्रों व सरकार में समन्वय की शुरुआत
आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए शिक्षामित्रों और सरकार ने एक-दूसरे के साथ समन्वय बनाने की शुरुआत कर दी है। शिक्षामित्रों को मानदेय में बढ़ोतरी और सुरक्षित भविष्य के लिए सरकार का सकारात्मक रुख चाहिए। वहीं सरकार को चुनाव में प्रदेश भर के करीब डेढ़ लाख शिक्षामित्रोें का समर्थन। इसके मद्देनजर पहले शिक्षामित्रों के संगठन एक मंच पर आए। इसके तहत ही शिक्षामित्रों ने सोमवार अपने सम्मेलन में केंद्रीय राज्यमंत्री व मोहनलालगंज से सांसद कौशल किशोर को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया। शिक्षामित्रों ने उनसे मार्मिक अपील की तो मंत्री ने पीएम और सीएम के पंचप्रण को पूरा करने के लिए शिक्षामित्रों को आगामी चुनाव में भाजपा सरकार को समर्थन करने का संकल्प दिलाया। इन पंच प्रणों में विकसित भारत, आत्म निर्भर भारत, विकसित उत्तर प्रदेश, उद्यमी उत्तर प्रदेश व शिक्षित उत्तर प्रदेश शामिल हैं। आदर्श समायोजित शिक्षक शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री उमेश कुमार पांडेय ने बताया कि संगठन की केंद्रीय राज्यमंत्री से वार्ता के बाद महासम्मेलन के माध्यम से शिक्षामित्रों के सभी संगठनों को एक मंच पर लाने का प्रयास किया गया है।
महासम्मेलन में उठीं ये मांगें-
- नियमावली में संशोधन कर शिक्षामित्रों की योग्यता पूर्ण कराकर पुन: समायोजित या नियमित किया जाए।
- नई शिक्षा नीति में शिक्षामित्रों को सम्मिलित कर इनका भविष्य सुरक्षित किया जाए।
- मृतक शिक्षामित्रोें को अहेतुक सहायता प्रदान करते हुए परिवार के आश्रित को जीविकोपार्जन के लिए नियुक्ति प्रदान की जाए।
- टीईटी पास शिक्षामित्रों को नियमों में शिथिलता देते हुए सहायक अध्यापक पद पर नियमित किया जाए।
- मूल विद्यालय में वापसी से वंचित शिक्षा मित्रों को पुन: एक अवसर प्रदान करते हुए मूल विद्यालय में वापस किया जाए।
- महिला शिक्षामित्रों को विवाद के बाद उनके ससुराल के जिले के विद्यालय में स्थानांतरित किया जाए।