जौनपुर। आंगनबाड़ी केंद्रों की दीवारें अब ग्रामीणों को जागरूक भी करेंगी। नवजात, धात्री व गर्भवती महिलाओं को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी वालपेटिंग से दर्शायी जाएगी। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की तरफ से इसके लिए करीब 16 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। प्रत्येक वाल पेटिंग के लिए 400 रुपये खर्च किए जाएंगे।
जिले में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की तरफ से पांच हजार 321 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है। इसमें करीब तीन लाख बच्चे पंजीकृत हैं। प्रतिदिन 80 हजार बच्चे केंद्र पर पहुंच रहे हैं। शासन ने इन केंद्रों पर तीन से छह साल तक के बच्चों को प्री-प्राइमरी शिक्षा शुरू की हैं। हर महीने बच्चों, धात्रियों व गर्भवती महिलाओं को पोषाहार संग चना, तेल, दलिया आदि मिलता हैं। शासन से मिलने वाली सुविधाओं अक्सर जरूरतमंद तक नहीं पहुंच पाती। जानकारी न होने पर लाभार्थियों को आधा-अधूरा सामान ही दिया जाता है। योजना को पारदर्शी बनाने के लिए अब आंगनबाड़ी केंद्रों के दीवारों पर योजनाओं व सुविधाओं की वालपेटिंग कराई जाएगी। इसमें कितने-कितने मात्रा में क्या देना है, यह भी अंकित होगा
हर केंद्र पर 400 रुपये की दर से पांच हजार 321 आंगनबाड़ी केंद्रों पर करीब 16 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। शीघ्र ही वालपेटिंग का कार्य शुरू करा दिया जाएगा। इसके लिए सभी मुख्य सेविका, सीडीपीओ को निर्देश दिया गया है। इससे लाभार्थियों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी मिलेगी। जिससे वह अपने आंगनबाड़ी व सहायिका से पूरा सामान ले सकेंगी।
- आरबी सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी