यूपी बोर्ड के मूल्यांकन केन्द्रों पर न पहुंचने वाले परीक्षकों को वेतन रुकेगा। इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। वित्तविहीन स्कूलों के शिक्षकों पर भी कार्रवाई होगी। इसके लिए स्कूलों के प्रधानाचार्य व प्रबंधकों को नोटिस जारी की जाएगी। ड्यूटी से अभी तक 35 फीसदी परीक्षक गायब हैं।
डीआईओएस ने राकेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि लखनऊ में करीब 2700 परीक्षक लगाए गए हैं। अभी तक करीब 35 फीसदी परीक्षक केन्द्रों पर नहीं पहुंचे हैं।
इनमें से कुछ ने केन्द्र प्रभारियों को बीमारी व अन्य दूसरी वजहों के प्रार्थना पत्र दिये हैं। रविवार को 11 फीसदी कापियां जांची गईं। जबकि पहले दिन शनिवार को महज छह फीसदी कापियां चेक हुई थी। रविवार को डीआईओएस ने निशातगंज राजकीय इंटर कॉलेज का निरीक्षण कर कापियां चेक करे परीक्षकों को देखा। अन्य व्यवस्थाएं भी परखी।
दूसरे परीक्षक लगाए जाएंगे डीआईओएस
डीआईओएस ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा परिषद ने जो परीक्षक गायब हैं। उनकी जगह नए परीक्षक लगाने के निर्देश जारी किये हैं। नए परीक्षक की सूची तैयार कर उनकी ड्यूटी लगायी जा रही है। ताकि मूल्यांकन का काम तय समय पर पूरा किया जा सके।