लखनऊ। शासन ने नए सत्र 2023-24 में स्कूल चलो अभियान के लिए युद्ध स्तर पर तैयारी 31 मार्च तक पूरी करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए हैंडबिल, होडिंग, बैनर, दीवार लेखन, गोष्ठी, रैली, प्रभातफेरी के आयोजन के लिए निर्देश दिए हैं। साथ ही सभी प्रमुख अधिकारियों को इसमें सहयोग व मॉनीटरिंग के लिए कहा गया है। मुख्यमंत्री खुद इस अभियान की शुरुआत करेंगे।
शासन ने निर्देशित किया है कि अभियान के लिए अध्यापकों बच्चों, आम लोगों में जागरूकता के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए अभियान में डीएम के निर्देशन में सीडीओ, जिला पंचायतराज अधिकारी आदि का सहयोग लेकर छात्रों का नामांकन कराया जाएगा। बीएसए एक महीने का एक्टीविटी कैलेंडर तैयार करेंगे।
अभियान में विकास खंड स्तर पर स्कूल छोड़कर जाने वाले बच्चों विशेषकर लड़कियों पर फोकस किया जाएगा। इनका शत-प्रतिशत नामांकन कराना है।
यह सुनिश्चित किया जाएगा कि छह से 14 साल का कोई भी बच्चा नामांकन से वंचित न रहे छात्रों की नियमित उपस्थिति बढ़ाने के लिए विकासखंड स्तर पर गोष्ठी का आयोजन करना होगा परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को निःशुल्क किताबें, यूनिफार्म, स्कूल बैग, जूता- मोजा के लिए डीबीटी किया जाएगा इसके बारे में भी अभिभावकों को जागरूक करेंगे। स्थानीय समितियों को भी इसमें शामिल करने को कहा गया है प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने बताया कि इसके लिए हर जिले को दो लाख रुपये का बजट भी शासन ने स्वीकृत किया है। कक्षा एक के लिए एनईपी की
गाइलाइन प्रमुख सचिव ने यह भी कहा है कि कक्षा एक में विद्यार्थियों के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2022 की सिफारिशों के तहत विद्या प्रवेश का विकास किया गया है। यह एनसीईआरटी की ओर से प्ले स्कूल के लिए तीन महीने की गाइडलाइन है। इसे भी नए सत्र में स्कूलों में लागू किया जायेगा.