प्रयागराज, राजकीय महाविद्यालयों के लिए चयनित हुए 32 असिस्टेंट प्रोफेसरों ने नियुक्ति पत्र जारी होने के दो वर्ष बाद भी ज्वाइन नहीं किया। पिछले महीने उन्हें पखवाड़े भर का समय दिया गया तो एक ने ज्वाइन कर लिया और 31 अब भी कालेज नहीं पहुंचे हैं। इसलिए उच्च शिक्षा निदेशालय से महाविद्यालय में ज्वाइन न करने वाले अभ्यर्थियों का चयन रद करने की संस्तुति कर दी गई है। शासन से जल्द इसकी स्वीकृति हो जाएगी।
सरकारी नौकरी के लिए मारमारी है। एक-एक पद के लिए हजारों अभ्यर्थी कतार में है । भर्तियां बहुत कम हो रही है। ऐसी परिस्थिति में राजकीय महाविद्यालयों के लिए चयनित हुए 31 अभ्यर्थियों ने ज्वाइन नहीं किया। इनके इंतजार में कालेज की पढ़ाई बाधित हो रही है और दो वर्ष से पद भी घिरे हुए हैं। इसके चलते निदेशालय ने भर्ती के लिए अधियाचन नहीं भेजा और दूसरे जरूरतमंद युवाओं को मौका भी नहीं मिला। इन अभ्यर्थियों का चयन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से 2021 में हुआ था। आयोग ने असिस्टेंट प्रोफेसर के 700 से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया 2019- 20 में शुरू की थी। लिखित परीक्षा के बाद साक्षात्कार के माध्मय से चयन हुआ। चयनित हुए अधिकतर अभ्यर्थियों ने आवंटित कालेजों में ज्वाइन कर लिया था, लेकिन 32 ने कई बार ज्वाइन करने का समय बढ़वाया । नियमानुसार चयन के एक महीने के भीतर ज्वाइन करना होता है, लेकिन अभ्यर्थियों के अनुरोध पर उच्च शिक्षा निदेशालय ने कई बार समय दिया गया। इन अभ्यर्थियों को 24 फरवरी को अंतिम बार 15 दिन में ज्वाइन करने का नोटिस जारी किया गया। उसके बाद एक अभ्यर्थी ने कालेज में ज्वाइन कर लिया जबकि 31 अब भी नहीं आए। इसलिए उच्च शिक्षा निदेशक ब्रह्मदेव ने इनका चयन रद करने की संस्तुति कर दी है.