सिद्धार्थनगर।
बेसिक शिक्षा विभाग के कई प्राइवेट स्कूल संचालक यू-डायस फीडिंग में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। जिले में मदरसों के साथ ही माध्यमिक विद्यालयों की लापरवाही सामने आई है।
बीएसए अब ऐसे स्कूल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें उनकी मान्यता समाप्ति की कार्रवाई भी शामिल है। इस कार्य में शिथिलता बरतने वाले सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
जिले भर में परिषदीय विद्यालयों समेत बेसिक, माध्यमिक और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधीन पांच हजार से अधिक स्कूल हैं। करीब एक हजार प्राइवेट स्कूल हैं। इन सभी स्कूलों से संबंधित डाटा को ऑनलाइन करने के निर्देश शासन ने दिए हैं, जिसमें प्राइवेट स्कूल संचालकों को भी यू डायस में शिक्षकों की नियुक्ति के साथ उनके शैक्षिक प्रमाणपत्रों को फीड करने के लिए निर्देशित किया गया है। बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन 2262 विद्यालयों का डाटा फीड हो चुका है, पर माध्यमिक शिक्षा विभाग और अल्पसंख्यक कल्याण के अधीन स्कूलों और मदरसों की ओर से शिथिलता बरती जा रही है। प्रोफाइल एवं फैकेल्टी यू-डायस फीडिंग में बुधवार तक 25 मदरसों, 21 माध्यमिक विद्यालय की लापरवाही बरती गई है। जबकि टीचर्स माड्यूल यू-डायस फीडिंग में अब तक जिले के 86 मदरसे और 70 माध्यमिक विद्यालयों का पोर्टल पर डाटा फीड नहीं है। बीएसए की ओर से डीआईओएस और जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को शत-प्रतिशत डाटा फीड करने के लिए बार-बार पत्र लिख रहे हैं, फिर भी सफलता नहीं मिल पा रही है। बीएसए देवेंद्र कुमार पांडेय ने यू-डायट की फीडिंग में बरती जा रही शिथिलता के लिए प्रथम दृष्टया जिम्मेदार मानते हुए सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया