श्रावस्ती।
परिषदीय स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों को लू से बचाव के लिए जागरूक किया गया। साथ ही बच्चों को लू से बचाव की कार्टून फिल्म भी दिखाई गई।
बेसिक शिक्षा के सभी विद्यालयों में गुरुवार को यूनीसेफ की ओर से विकसित कार्टून फिल्म दिखायी गई। जिसमें सभी बच्चों को गर्मी के समय लू से बचने के तरीके बताए गये। यह कार्यक्रम सुबह प्रार्थना सभा के साथ रखा गया था। जिसके बाद शिक्षकों ने भी छात्रों को लू से बचाव के संबंध में जानकारी प्रदान की। इस दौरान बेसिक शिक्षा अधिकारी अमिता सिंह ने कहा कि बच्चे जो कि लू के प्रति ज्यादा संवेदनशील होते हैं। उनके अंदर लू के प्रति जागरूकता उत्पन्न हो और वह स्वयं व आस पड़ोस के लोगों की लू के दौरान मदद कर सकें। बच्चों के अंदर सीखने की क्षमता होती है। कार्टून फिल्म से सीखकर यह अपने घरों में भी लू के बारे में बात चीत करेंगे जिससे सभी को कुछ न कुछ फायदा जरूर होगा। इस अवसर पर आपदा विशेषज्ञ अरुण कुमार मिश्र ने बताया कि आगामी माह संभावित हीट वेव के संबंध में उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से आम नागरिकों के लिए कयी निर्देश जारी किए हैं। हम लू को सामान्य रूप में लेते हैं लेकिन 12 साल से कम बच्चों, बुजुर्गों व गर्भवती महिलाओं के लिए लू बहुत ख़तरनाक है। जिस तरह तापमान बढ़ रहा है उससे वैज्ञानिक चिंतित हैं। हमारी जीवनशैली भी हीट स्ट्रोक को आमंत्रित करती है। जैसे हम अपने घरों में वातानुकूलित संयंत्र के माध्यम से 20-25 डिग्री तापमान में रहते हैं। लेकिन बाहर निकलने पर 40 डिग्री से उपर का तापमान भी सहना पड़ सकता है। शरीर इस 15-20 डिग्री के अंतर को सह नही पाता और हीट स्ट्रोक जैसी घटनाएं घट जाती हैं।