उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से धनराशि भेजने के मामले में जनपद ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जबकि ड्रेस के फोटो अपलोडिंग में दूसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा। इसके पीछे बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की कार्यकुशलता नजर आई। जनपद भर में 1499 परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित हो रहे हैं, जहां पर 2,23,410 बच्चे पंजीकृत हैं। इन बच्चों को ड्रेस, स्कूल बैग, जूता, मोजा समेत अन्य कल्याणकारी योजना की धनराशि सीधे बैंक खाते में भेजी जाती है। इससे धनराशि का पारदर्शी ढंग से बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं।
स्कूलों का कायाकल्प के माध्यम से बेहतर बनाया जा रहा है, जहां पर निजी स्कूलों की तर्ज पर सुविधाएं दी जा रही हैं। जनपद में कुल 2,23,410 बच्चे रजिस्टर्ड हैं, जिसमें 205677 बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। 2657 बच्चों के खाते आधार से लिंक नहीं हैं। डीबीटी योजना में प्रदेश भर में पीलीभीत ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जबकि ड्रेस वाले बच्चों के फोटो अपलोडिंग में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। यह सब बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की कार्यकुशला का परिणाम है।
बीएसए अमित कुमार सिंह ने बताया कि डीबीटी योजना में पीलीभीत को सूबे में प्रथम स्थान मिला है। कल्याणकारी योजनाओं का लाभ बच्चों को पारदर्शी ढंग से दिया जा रहा है।