हाथरस में समीक्षा बैठक के दौरान राज्यपाल के समक्ष परिषदीय विद्यालयों में संचालित योजनाओं के तहत बच्चों को दिए जा रहे लाभ व अन्य योजनाओं की स्थिति रखी गई। इसमें बच्चों के उपस्थिति के आंकड़ें भी रखे गए। इन आंकड़ों को देखकर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग में पढ़ाई की स्थिति बहुत गंभीर है।
उन्होंने कहा कि आंकड़ों के अनुसार महज 55 फीसदी ही बच्चे नियमित स्कूल जाते हैं। 45 फीसदी बच्चे कहां रहते हैं, यह सोचनीय है। इसे लेकर बीएसए को तलब किया, लेकिन समीक्षा के दौरान बेसिक शिक्षा विभाग का कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं रहा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन्वेस्टर्स सम्मिट के जरिए यूपी में तमाम उद्योगों का स्थापित कर रही है। आने वाले समय में कई फैक्टरियां, उद्योग स्थापित होंगे। इनमें काम करने के लिए शिक्षित युवाओं को रखा जाएगा। अगर हमारे बच्चे पढ़ेंगे नहीं तो इन उद्योगों में कैसे काम कर सकेंगे। इसके लिए समाज को भी सोचना होगा। बच्चों को विज्ञान, अग्रेंजी व गणित पढ़ने के लिए प्रेरित करें, जिससे कि बच्चे स्वरोजगार के लिए भी तैयार हो सकें।