लखनऊ,। शहर में जाम से निपटने और यातायात खास तौर पर स्कूली बच्चों की निगरानी की नई व्यवस्था लागू होने जा रही है। अब बस और स्कूली वैन से आने जाने वाले बच्चों पर अब माता-पिता घर बैठे नजर रख सकेंगे। स्कूल की वैन या बस कितनी रफ्तार से चल रही है, कहां जाम में बस, वैन फंसी है, कब स्कूल से निकली है, उसकी लोकेशन क्या है, इसकी सारी जानकारी अभिभावकों को घर बैठे मिलेगी। इसके लिए लोगों को स्मार्ट सिटी का ऐप डाउनलोड करना पड़ेगा, जो अप्रैल में लांच हो जाएगा।
स्मार्ट सिटी परियोजना में मिशन भरोसा योजना शुरू की गई है। मंगलवार को स्मार्ट सिटी में हुई सिटी लेवल एडवाइजरी फोरम की बैठक में नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने बताया कि पहले चरण में सभी स्कूली बसों, वैन की फिटनेस, ड्राइवरों की हिस्ट्री रहेगी। स्मार्ट सिटी से सभी स्कूली बसों, अन्य वाहनों पर नजर रहेगी। इसके लिए जल्दी ऐप जारी होगा। इन सभी के फोन नंबर ऐप से जुड़े रहेंगे। दूसरे चरण में अभिभावक भी देख सकेंगे कि उनके बच्चे की वैन स्कूल से कितने बजे निकली है। कहां जाम में फंसी है और कहां रुकी रही है। ओवर स्पीड में चलाने पर स्मार्ट सिटी को अलर्ट पहुंचेगा। इससे स्मार्ट सिटी संबंधित बस-वैन की स्पीड कंट्रोल कराएगा। सीसीटीवी से जाम में फंसी वैन पुलिस से निकलवाएगा। इनमें कैमरा भी लगाया जाएगा।
बेतरतीब कामों पर नाराजगी भी जताई
शहर में कई जगह सड़कें खुदी और चौराहे बेतरतीब हैं। जनप्रतिनिधियों ने कोनेश्वर चौराहे पर ज्यादा शिकायतें कीं तो अफसरों ने कहा कि जल्द वह जनप्रतिनिधियों को साथ लेकर इन्हें दिखाएंगे। उनके सुझाव भी लेंगे।
तीन स्कूलों के बच्चों के लिए हेल्थ कार्ड बनेंगे
नगर आयुक्त ने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत तीन स्कूलों के बच्चों का हेल्थ कार्ड बनेगा। नगर निगम के तीन स्कूल चुने गए हैं। इन तीनों स्कूलों के 2000 बच्चों के स्वास्थ्य की जांच होगी।
जनेश्वर पार्क में मल्टीमीडिया शो 15 जून तक शुरू होगा। स्कूली बसों,वैन स्मार्ट सिटी से जोड़े जाएंगे। दूसरे चरण में अभिभावकों को भी नजर रखने की सुविधा दी जाएगी। – इंद्रजीत सिंह, नगर आयुक्त