बुलंदशहर : एसटीएफ लखनऊ की टीम ने एक महीने पहले बीएसए को प्राथमिक विद्यालय बराल की मढैया में अमिता शुक्ला द्वारा फर्जी तरीके से नौकरी करने के संबंध में पत्र भेजा गया था। इस पत्र के आधार पर बीएसए ने अमिता को नोटिस भेजा था। अमिता ने खुद को अस्वस्थ बताकर एक महीने का मेडिकल भिजवाकर नोटिस का जवाब देने के लिए समय मांगा है। बीएसए का कहना है कि निर्धारित समय में जवाब दाखिल नहीं करने पर उसे बर्खास्त कर एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।
बीएसए ने जारी किया था नोटिस
एसटीएफ लखनऊ की टीम की जांच में पिछले दिनों गुलावठी ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय बराल की मढैया में तैनात शिक्षिका अमिता शुक्ला के फर्जी तरीके से नौकरी करने का पता चला था। एसटीएफ ने बीएसए को पत्र भेजा था। बीएसए ने एसटीएफ के पत्र के आधार पर अमिता को अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किया था।
बीएसए की जांच में सामने आया है कि अमिता वर्ष 2014 से जनपद में तैनात है। सबसे पहले वह ऊंचागांव ब्लाक में तैना थी, इसके बाद अगौता और वर्तमान में गुलावठी ब्लाक में सहायक अध्यापक है। अब एसटीएफ की जांच में अमिता शुक्ला के बुलंदशहर ही नहीं बल्कि सिद्धार्थनगर व बलरामपुर जनपद में भी नौकरी करने का मामला सामने आया है। जबकि असली अमिता शुक्ला फतेहपुर जनपद के बिजई ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय बरहा में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात है। हालांकि बीएसए ने फर्जी शिक्षिका अमिता शुक्ला का वेतन एसटीएफ के पहले पत्र के आधा
इन्होंने कहा…
एसटीएफ का पत्र आते ही अमिता शुक्ला का वेतन रोककर नोटिस जारी कर दिया था। अमिता ने मेडिकल भेज एक महीने का समय मांगा है। कार्रवाई के लिए उसका पक्ष सुनना भी जरूरी है। निर्धारित समय के बाद बर्खास्त कर उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।
- बीके शर्मा, बीएसए