लखनऊ। कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर कर्मचारी 11 अप्रैल को सभी जिलों में धरना-प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शन में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, उप्र स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ, प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ, उप्र राजकीय निगम कर्मचारी महासंघ एवं रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद तथा विकास प्राधिकरणों के 27 लाख कर्मचारी व शिक्षक शामिल होंगे।
यह निर्णय बुधवार को कर्मचारी संयुक्त मोर्चा की बैठक में लिया गया। मोर्चा के अध्यक्ष वीपी मिश्र ने बताया कि आठ दिसंबर 2021 को तत्कालीन मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में जो निर्णय लिया गया था। उसके निर्णय का क्रियान्वयन अब तक नहीं हुआ है।
मोर्चा के महासचिव शशि कुमार मिश्र ने बताया कि स्थानीय निकाय के कर्मियों की कैशलेस इलाज, वेतन विसंगति, पुरानी पेंशन बहाली, संविदा कर्मियों के विनियमितीकरण जैसी कई समस्याओं पर हुए निर्णयों का भी क्रियान्वयन नहीं हुआ है।
पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि 11 अप्रैल तक मांगों पर फैसला नहीं हुआ तो उसी दिन आंदोलन की घोषणा की जाएगी। बैठक में गिरीश चंद्र मिश्र, मनोज कुमार मिश्रा, सुशील कुमार पांडेय, नंद कुमार मिश्र, सुरेश रावत, उमेश मिश्रा व अजय पांडेय भी शामिल हुए।