लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी सरकार ने सीएम अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग शुरू की है। इससे प्रदेश के साढ़े सात लाख युवाओं को जोड़ेंगे। विश्वविद्यालय और महाविद्यालय में अध्ययन करने वाले युवाओं को अप्रेंटिसशिप स्कीम के तहत आधा मानदेय सरकार और आधा मानदेय इंडस्ट्री देगी। उन्हें हम अनुभवजन्य कार्य और नई ट्रेनिंग के साथ जोड़ने का कार्य करेंगे। प्रदेश में मिशन रोजगार के तहत एक बड़ा अभियान चल रहा है। आने वाले तीन-चार वर्ष में प्रदेश के दो करोड़ से अधिक युवाओं को अलग-अलग सेक्टर में नौकरी और रोजगार से जोड़ने में सफल रहेंगे।
ये बातें सीएम योगी ने रविवार को राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन और उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से काल्विन तालुकेदार्स कॉलेज में आयोजित दो दिवसीय लखनऊ कौशल महोत्सव के समापन समारोह में कहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महोत्सव में 112 कंपनियों का आना इस बात को साबित करता है कि हमारे पास संभावनाएं और क्षमता है। हजारों नौजवानों को नौकरी और रोजगार के साथ जोड़ने की यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश के स्केल को स्किल से जोड़ने का अभियान है। सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन की घोषणा की थी तो लोगों को यह लगता था कि यह मिशन क्या कर पाएगा। आज करोड़ों नौजवानों की भावनाओं को इस मिशन ने एक नई उड़ान, पहचान और मंच दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले छह वर्ष के अंदर 16 लाख युवाओं का पीएम कौशल विकास मिशन, उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन और श्रम एवं सेवा योजन के माध्यम से कौशल विकास किया है।