संतकबीरनगर। परिषदीय स्कूलों से गैरहाजिर रहने वाले शिक्षकों पर सख्ती की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए स्कूलों का प्रतिदिन निरीक्षण किया जाएगा।
इसमें सभी बीईओ और डीसी सुबह छह बजे बीएसए कार्यालय पहुंचेंगे और उन्हें वहीं से स्कूल का रूट चार्ट मिलेगा। उस दिन रूट चार्ट के अनुसार स्कूल का निरीक्षण दो बजे तक अपनी रिपोर्ट बीएसए को देंगे। बीएसए इस रिपोर्ट पर कार्रवाई कर डीएम और महानिदेशक स्कूल शिक्षा अभियान को सूचना भेजेंगे।
तत्कालीन डीएम प्रेमरंजन सिंह ने 16 फरवरी को बीएसए कार्यालय में छापा मारा था। इस दौरान काफी अनियमितता मिली थी। कई फाइलों को कब्जे में लिया था। स्कूलों का नियमित निरीक्षण न होने के चलते शिक्षक नदारद रहते थे। इसकी शिकायत डीएम तक पहुंची थी। डीएम ने इस मामले में बीएसए को कड़ी फटकार लगाई थी।
जिले में शिक्षा व्यवस्था की स्थिति खराब मिलने पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा अभियान विजय किरण आनंद ने प्रतिदिन स्कूलों के निरीक्षण के निर्देश दिए हैं। इससे स्कूलों से गायब रहने वाले और पैरा टीचर रखकर पढ़ाई कराने वाले शिक्षकों पर नकेल कसी जा सके। खंड शिक्षा अधिकारी और जिला समन्वयक प्रतिदिन छह बजे बीएसए कार्यालय पर पहुंच जाएंगे। वहां पर उन्हें कौन सा स्कूल चेक करना है, उसकी सूची मिलेगी।
उसके बाद वह स्कूलों पर पहुंच का निरीक्षण करेंगे और अपनी रिपोर्ट बीएसए को सौपेंगे। यह निरीक्षण नियमित होगा। इसमें जो स्कूल ग्रामीण क्षेत्र के हैं, उन्हें पहले चेक कराया जाएगा। बीएसए अतुल कुमार तिवारी ने बताया कि महानिदेशक स्कूल शिक्षा के निर्देश पर स्कूलों में चेकिंग अभियान चलाया जाना है। इसके लिए स्कलों का रूट चार्ट तैयार कराया जा रहा है। प्रतिदिन खंड शिक्षा अधिकारियों और जिला समन्वयकों की ड्यूटी निर्धारित की जाएगी।