अधिक शिक्षकों की तैनाती की जांच शुरू
बाराबंकी। अपनी पहुंच व जुगाड़ के भरोसे मन चाहे विद्यालयों में क्षमता से अधिक शिक्षक सालों से जमे हैं। इस खबर को दैनिक हिन्दुस्तान ने अपने 12 जुलाई 2022 के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। इस खबर को मुख्यमंत्री के संयुक्त सचिव ने संज्ञान लेकर जांच के आदेश दिए हैं। अभी यह जांच सचिव बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश के स्तर पर लंबित है।
जिले में 15 विकास खंडों में 2636 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। विकास खंड हैदरगढ़ देवा बंकी निन्दूरा की सीमाएं प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटी हैं। लखनऊ से सटी सीमा पर स्थित जिले के परिषदीय विद्यालय शिक्षकों में नौकरी के लिए पहली पसंद बने हैं। यही कारण है कि ऊंची पहुंच रखने वाले शिक्षकों इन इस क्षेत्र के विद्यालयों में सालों से जमे हैं। हालात यह है कि इन विद्यालयों में झमता से कई गुना अधिक शिक्षकों ने अपनी तैनाती करा रखी है। इसमें शासन में बैठक नौकरशाह के परिजन व मजबूत राजनीतिक पकड़ के शिक्षक हैं। मानक है कि तीस बच्चों पर एक शिक्षक की तैनाती होगी लेकिन कुछ विद्यालय ऐसे हैं जहां छात्र संख्या कम जबकि 9 से13 शिक्षक वहां तैनात हैं। आपके अपने हिन्दुस्तान समाचार पत्र ने इस समस्या को 12 जुलाई 2022 के अंक में एक-एक स्कूल में जमे हैं 13-13 शिक्षक शीषर्क से खबर प्रकाशित की थी। समस्या गंभीर होने पर समाज सेवी व अधिवक्ता अजय सिंह वर्मा ने इस खबर की कटिंग को आधार बना कर मुख्यमंत्री से शिकायत की थी। शिक्षा के मौलिक अधिकार से जुड़ी इस खबर को मुख्य मंत्री कार्यालय के संयुक्त सचिव भूपेंद्र बहादुर सिंह ने गंभीरता से लिया। उन्होंने इस मामले की जांच के लिए अपर मुख्य सचिव प्रमुख सचिव व सचिव बेसिक शिक्षा को पत्र भेजा था। अपर मुख्य सचिव ने इसकी जांच के सम्बंध में निदेशक बेसिक शिक्षा को पत्र भेजा है। यह जांच सचिव बेसिक शिक्षा परिषद के स्तर है।