गोंडा : परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई कर रहे छात्रों को निपुण बनाने की मुहिम चल रही है। अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। विद्यालयों में विभिन्न गतिविधियां कराई जा रही हैं, लेकिन यहां हकीकत कुछ और ही है। निपुण एसेसमेंट टेस्ट के परिणाम में 43447 छात्र-छात्राओं को पाठ्यक्रम की 40 फीसद से कम जानकारी न होने का राजफाश हुआ है। 15 फीसद विद्यार्थी हैं जिन्हें विषय की 90 फीसद से अधिक जानकारी है। यह आंकड़ा बेहतर शिक्षा के दावे को आईना दिखा रहा है।
बेसिक शिक्षा विभाग ने परिषदीय स्कूलों में आठ दिसंबर को निपुण एसेसमेंट टेस्ट कराया था। इसमें एक लाख 71 हजार 745 छात्र छात्राएं शामिल हुए थे।
एक लाख 39 हजार 869 विद्यार्थियों का परिणाम घोषित किया गया है। इसमें अलग-अलग मार्क के लिए श्रेणी तय की गई है। परिणाम के आंकड़े पर गौर करें तो 21345 ने ए प्लस, 16188 ने ए. 24383 ने बी, 21844 ने सी, 13022 ने डी व 43447 छात्र ई श्रेणी रखे गए हैं। यह परिणाम चौंकाने वाला है। स्कूलों में बेहतर शिक्षा व शिक्षक प्रशिक्षण के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं दिख रहा है। यही कारण है कि लोगों को परिषदीय स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हैं।