गिलौला (श्रावस्ती)। परिषदीय विद्यालयों के छात्रों को पढ़ाई करने के साथ मिड डे मील के लिए राशन की भी व्यवस्था करनी पड़ रही है। रसोइयों को भी इसे बनाने के लिए गैस सिलेंडर सिर पर लाद कर लाना पड़ा। यह नजारा गिलौला के संविलियन विद्यालय कोट मुबारकपुर में देखने को मिला। जहां छात्र कोटे की दुकान से खाद्यान्न लाते दिखे। परिषदीय विद्यालयों की व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पा रही है। संविलियन विद्यालय कोट मुबारकपुर में रसोई गैस सिलेंडर खत्म हो जाने पर महिला रसोइया राधा देवी को पड़ोसी गांव राजापुर स्थित गैस एजेंसी से सिर पर सिलेंडर लाद कर लाना पड़ा। यही नहीं बच्चों को कोटे की दुकान से खाद्यान्न लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई। बच्चे साइकिल पर उसे लाद कर विद्यालय पहुंचे। तब जाकर मिड डे मील बना और बच्चों के बीच वितरित किया गया। ग्राम प्रधान रामदीन का कहना है कि उनके द्वारा विद्यालय में भोजन बनाने की जिम्मेदारी नहीं ली गई है। मध्यान्ह भोजन की जिम्मेदारी विद्यालय के प्रधान शिक्षिका का है। खंड शिक्षा अधिकारी राजीव ओझा का कहना है कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी। संवाद
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