बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ रहे कक्षा एक से लेकर आठ तक के बच्चों की 13 दिन बाद वार्षिक परीक्षाएं शुरू हो रही हैं मगर शासन स्तर से प्रश्न पत्र छपवाने, उत्तर पुस्तिका व अन्य सामग्री खरीदने के लिए बजट अब तक जारी नहीं किया गया है।
ज्यादातर जनपदों ने राज्य स्तर से समय सारिणी जारी होने के बाद अपने जनपदों में भी परीक्षाओं का पूरा कार्यक्रम जारी कर दिया है। बजट न आने के कारण शिक्षकों को इस बार भी अपनी जेबों से परीक्षा करानी पड़ सकती है। 20 फरवरी से 24 फरवरी तक बेसिक स्कूलों में परीक्षा होंगी।
परीक्षाओं के लिए जो सामग्री खरीदी जाएगी उसके लिए पहले टेंडर प्रक्रिया होगी और फिर नियमानुसार खरीदारी होगी। परीक्षाओं को लेकर बीएसए ने सभी ब्लॉक के बीईओ एवं शिक्षकों को आदेश जारी कर दिए हैं। परीक्षाओं के लिए पूरी गाइड लाइन बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जारी की गई। जिले के सभी बेसिक स्कूलों में कक्षा एक से लेकर आठ तक की परीक्षाएं होंगी।
कई जनपदों में पिछली परीक्षाओं का भी चल रहा बकाया
कोविड काल में बच्चों की वार्षिक परीक्षाओं के लिए शासन ने कोई बजट जारी नहीं किया था, शिक्षकों ने अपनी जेब से पैसा खर्च कर परीक्षा कराई थीं। मगर यह पैसा भी अभी तक नहीं आया है, लगातार शिक्षक इस बजट की मांग उठा रहे हैं। हालांकि इस बार शिक्षकों ने अपने पास से वार्षिक परीक्षाओं को कराने के लिए इंकार कर दिया है। पहले प्रधानाध्यापकों को परीक्षा कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।