बीएसए ने बताया कि रेडिनेस कलेंडर के तहत शिक्षक बच्चों के साथ चित्रों, वस्तुओं, उनके आस-पास की चीज़ों के बारे बताएंगे। शब्द व भाषा ज्ञान की जानकारी देंगे। कहानी व कविता सुनाएंगे। बोलने, समझने, चीजों में अंतर, तुलना आदि के बारे में बताएंगे। बच्चों को वर्णमाला, अंक, रेखाएं, गोला आदि बनाना बताएंगे। निपुण भारत मिशन के तहत राष्ट्रीय शिक्षा नीति में कक्षा एक के बच्चों के लिए स्कूल रेडिनेस कलेंडर आधारित कार्यक्रम तैयार किया गया है। पांच से छह साल की उम्र के बच्चे खेलकूद के साथ अधिक सीखते हैं। बच्चों के कौशल विकास को लेकर 12 हफ्ते के कार्यक्रम में अलग-अलग गतविधियां शामिल की गईं है।
बेसिक शिक्षा विभाग ने जारी किया 12 हफ्ते का स्कूल रेडिनेस कैलेंडर, कविता-पेंटिंग बनाएंगे
लखनऊ, । प्राइमरी स्कूलों के कक्षा एक के बच्चे शुरूआत के 12 हफ्ते सिर्फ खेलकूद की विभिन्न गतिविधियों से स्कूल के माहौल से जुड़ेंगे। बच्चों को कहानियां सुनायी जाएंगी। शब्द ज्ञान के साथ रोज उपयोग में लायी जाने वाली चीजों व वस्तुओं के बारे में बताया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग ने स्कूल रेडिनेस कलेंडर के तहत कई गतिविधियां जारी की हैं। स्कूल महानिदेशक ने बीएसए को निर्देशित किया कि 10 अप्रैल से लागू कराएं।
बीएसए अरुण कुमार का कहना है कि बताया कि बाल वाटिका व कक्षा एक में दाखिला लेने वाले बच्चों को स्कूल रेडिनेस कलेंडर गतिविधियों के तहत 12 हफ्ते तक सिखाया जाएगा। इसमें शिक्षकों के साथ ही अभिभावकों को शामिल किया जाएगा। शिक्षक गतिविधि वार डायरी बनाएंगे। इसी के तहत बच्चों को खेलकूद व अन्य गतिविधियां बताएंगे।