,प्रयागराज:यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुचितापूर्ण तरीके से कराने के लिए मूल्यांकन केंद्रों के आसपास धारा 144 लागू रहेगी। पहली बार मूल्यांकन केंद्रों की जिम्मेदारी भी स्टेटिक मजिस्ट्रेट को सौंपी गई है। मूल्यांकन में गड़बड़ी की स्थिति में स्टेटिक मजिस्ट्रेट की जवाबदेही रहेगी। मूल्यांकन केंद्र पर तैनात स्टेटिक मजिस्ट्रेट दस बंडलों का चयन रैंडम आधार पर करते हुए उपप्रधान परीक्षक को उत्तरपुस्तिकाएं वितरित करेंगे।खुफिया पुलिस के साथ सादी वर्दी में पुलिस भी केंद्रों पर रहेगी। हर केंद्र पर चार सशस्त्र पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। परीक्षक अपने साथ मूल्यांकन कक्ष में मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे। प्रमुख सचिव दीपक कुमार की ओर से 14 मार्च को सभी जिलाधिकारियों को भेजे पत्र में शुचितापूर्वक मूल्यांकन में सहयोग करने को कहा गया है। बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने बताया कि मूल्यांकन कार्य सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होगा। जनपद एवं राज्य स्तर पर स्थापित कंट्रोल रूम से मूल्यांकन केंद्रों की निगरानी की जाएगी। वेब कास्टिंग के माध्यम से लाइव मॉनीटरिंग भी होगी। सचिव ने चेतावनी दी है कि कोई भी परीक्षक मोबाइल फोन के साथ पकड़ा गया तो सख्त कार्रवाई होगी। केंद्रों में एक पृथक कक्ष रहेगा जहां परीक्षकों का मोबाइल जमा रहेगा।
डायट प्राचार्य रहेंगे पर्यवेक्षक
मूल्यांकन केंद्रों के पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी डायट प्राचार्य निभाएंगे। प्रत्येक जिले के डायट प्राचार्य अपने यहां के सभी मूल्यांकन केंद्रों की जांच करेंगे। पर्यवेक्षक यह भी सुनिश्चित करेंगे कि किसी केंद्र पर बाहरी व्यक्ति न आने पाए।