प्रतिस्पर्धा भरी आज की दुनिया में कई अभिभावक अपने बच्चों पर अनावश्यक दबाव बनाते हैं। इस दौरान वह अनुशासन और अति अनुशासन (शत्रुतापूर्ण व्यवहार) के बीच का अंतर भी भूल जाते हैं। अब एक नए अध्ययन में बताया गया कि यदि बच्चे ने तीन वर्ष की अवस्था में माता-पिता के अति अनुशासन का सामना किया है तो नौ
वर्ष की उम्र तक अन्य बच्चों की अपेक्षा उसे डेढ़ गुना अधिक मानसिक स्वास्थ खराब होने का खतरा हो सकता है। यह अध्ययन कैंब्रिज विश्वविद्यालय, ब्रिटेन और आयरलैंड के शोधकर्ताओं ने किया है। शोध का निष्कर्ष
एपिडिमोआलीज एंड साइक्राएट्रिक साइंस में प्रकाशित हुआ।
शोधकर्ताओं ने बताया कि बच्चों पर ज्यादा अनुशासन मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है। उनके अंदर एक विद्रोह पनपने लगता है। शोधकर्ताओं की टीम ने पाया कि 83.5 प्रतिशत बच्चे मामूली मानसिक स्वास्थ्य लक्षणों वाले थे, जबकि 6.43 प्रतिशत बच्चे हल्के लक्षण वाले थे।