● एक विषय में फेल छात्र हैं पास, दे सकते हैं इंप्रूवमेन्ट परीक्षा
प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा के लिए पंजीकृत 31,16,454 परीक्षार्थियों में से 28,63,621 परीक्षा में शामिल हुए और 25,70,987 (89.78 प्रतिशत) पास हैं। इनमें से 3,37,111 (13.29 प्रतिशत) परीक्षार्थी एक विषय में फेल हो गए हैं। यूपी बोर्ड के नियम के अनुसार हाईस्कूल के छह में से पांच विषय में पास होने पर छात्र को पास मान लिया जाता है। ऐसे में एक विषय में फेल छात्र चाहें तो अपनी मार्कशीट सुधारने के लिए अंक सुधार या इम्प्रूवमेंट परीक्षा दे सकते हैं।
जबकि 330 दो विषय में फेल हैं और कम से कम एक विषय में पास होने के लिए कंपार्टमेंट परीक्षा में शामिल होना होगा। 2,63,966 (10.40 फीसदी) छात्र-छात्राएं तीन या अधिक विषय में फेल हैं और बोर्ड ने इन्हें क्रेडिट सिस्टम के लिए अर्ह माना है। यानि ऐसे छात्र चाहें तो जिस विषय में पास हैं उनके अलावा अन्य विषयों में अगले तीन वर्षों तक परीक्षा दे सकते हैं। इस दौरान वे यदि कुल पांच विषयों में पास हो जाते हैं तो उन्हें हाईस्कूल पास की मार्कशीट दे दी जाएगी। पिछले साल की तुलना में इस साल एक विषय में फेल होने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है। 2022 में 2,79,102 (12.56 प्रतिशत) परीक्षार्थी एक विषय जबकि 762 परीक्षार्थी दो विषय में फेल थे। 2020 में 3,27,663 (14.19 प्रतिशत) छात्र एक विषय में जबकि 711 दो विषय में फेल थे।