प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाई का ऑनलाइन मूल्यांकन होगा। विभागीय अधिकारी स्कूल वार शिक्षकों के मोबाइल पर वीडियो कॉल व वॉयस कॉल कर पठन पाठन और अन्य गतिविधियों की निगरानी करेंगे। तीन बार कॉल न उठाने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई होगी। शिक्षक नेताओं ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। शिक्षकों का कहना है कि एक ओर से अधिकारी स्कूल समय में मोबाइल का प्रयोग न करने की नसीहत देते हैं। दूसरी ओर स्कूल महानिदेशक का वीडियो कॉल से निगरानी का आदेश।
निगरानी के लिए मूल्यांकन प्रकोष्ठ का गठन स्कूल महानिदेशक विजय किरण आनंद ने स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई का मूल्यांकन और निगरानी के लिए मूल्यांकन प्रकोष्ठ का गठन किया है। जिले वार जिला एवं प्रशिक्षण संस्थान (डॉयट) में पांच सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। टीम में डायट प्राचार्य, दो प्रवक्ता समेत तकनीकी सहायक शामिल होंगे। यह टीम ब्लॉक वार हर रोज 10 स्कूलों में वीडियो कॉल करके शैक्षिक गतिविधियों की जानकारी हासिल करेंगे। बीएसए शिक्षकों के मोबाइल नम्बर मूल्यांकन प्रकोष्ठ टीम को मुहैया कराएंगे।
शिक्षक नेता बोले
वीडियो कॉल से शिक्षण कार्य का निरीक्षण आदेश बिल्कुल अनुचित व अव्यावहारिक है। अधिकारियों को स्कूल आकर निरीक्षण करना चाहिए। ताकि सामने जो भी कमियां हो। उन्हें शिक्षक दूर कर कर सकें।
विनय कुमार सिंह, प्रान्तीय अध्यक्ष
प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन
हर जिले में बनेगी टीम
● डायट प्राचार्य की अध्यक्षता में बनेगी पांच सदस्यीय टीम
● टीम स्कूल के शिक्षक के मोबाइल पर करेगी वीडियो कॉल
● तीन बार फोन न उठाने वाले शिक्षकों पर होगी कार्रवाई
● स्कूल महानिदेशक ने हर जिले में टीम बनाने के निर्देश दिए
शिक्षकों के निजी मोबाइल पर वीडियो कॉल करने का कोई औचित्य नहीं है। स्कूल समय में शिक्षक मोबाइल लेकर नहीं बैठे रहेंगे। विभाग को सीयूजी नम्बर देने के साथ टेबलेट उपलब्ध कराना चाहिए। शालिनी मिश्रा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन